राहुल और जीनत की दोस्ती कुछ दिनों पहले ही एक कोचिंग सेंटर में हुई थी। इस कोचिंग सेंटर में राहुल अंग्रेजी पढ़ाता था और जीनत उससे ट्यूशन पढ़ने आया करती थी। जीनत पढ़ने में काफी कमजोर थी। इस वजह से राहुल उसकी मदद एक्स्ट्रा क्लास देकर भी कर दिया करता था। इसके अलावा वह परीक्षा से पहले नोट्स आदि देने में भी उसकी मदद करता था। राहुल नहीं चाहता था कि उसकी कोई स्टूडेंट परीक्षा में फेल हो, इस वजह से वह जीनत जैसे अन्य छात्रों को भी हर संभव मदद प्रदान करता रहता। उसकी इस अदा से जीनत जैसी अन्य छात्र -छात्राएं काफी खुश रहा करते थे और राहुल सर को अधिक स्नेह देते थे।
राहुल भी इतना खुला हुआ था कि वह क्लास समाप्ति के बाद घर जाने के लिए कई बार तो छात्र छात्राओं के साथ ही बाहर निकल कर बस स्टॉप तक साथ चला जाता था । इस दौरान कई बार तो कुछ छात्र राहुल से मजाक भी कर लिया करते थे लेकिन राहुल उनकी बातों का कभी बुरा नहीं मानता था। इस दौरान जीनत कि राहुल से नजदीकी बढ़ गई और दोनों एक दूसरे को प्रेम करने लगे।
राहुल अपने मां-बाप का इकलौता लड़का था और दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई किए जाने के अलावा अंग्रेजी की ट्यूशन भी देता था। उसकी दिली इच्छा थी कि वह खुद भी मन लगाकर इतनी पढ़ाई करें कि पुलिस अफसर बन जाए और इसके लिए वह अपनी क्लास और ट्यूशन के बाद ज्यादातर समय अध्ययन में ही बिताता था। राहुल के परिवार में उसके पिता और मां के अलावा एक छोटी बहन है। उसके पिता टैक्सी चलाकर किसी तरह परिवार का गुजर-बसर करते हैं जबकि यह सब देख राहुल अक्सर दुखी रहता था।
इस वजह से राहुल अपने पिता की दीन- हीन हालत को देखते हुए ट्यूशन पढ़ाने का निर्णय लिया था। राहुल छात्रों को उनके घर पर ट्यूशन दिए जाने के अलावा एक कोचिंग सेंटर जाकर भी पढ़ाता था। जहां जीनत जैसी करीब आधा दर्जन और छात्र छात्राएं पढ़ाई किया करते थे। जीनत जहां कोचिंग सेंटर था, उससे कुछ दूरी पर ही रहती थी। वह राहुल सर से बेहद प्रभावित थी क्योंकि राहुल सर उसे पढ़ाई में बहुत ज्यादा मदद किया करते थे।
ट्यूशन की समाप्ति के बाद अक्सर जीनत राहुल के साथ ही बातचीत करते हुए पहले तो उनको बस स्टॉप पर छोड़ती फिर अपने घर मंद मंद मुस्कुराते हुए चली जाती थी। राहुल को जीनत अच्छी लगती थी क्योंकि वह पढ़ने में तो कमजोर थी लेकिन उसके द्वारा बताए गए बातों को जल्दी समझ लेती थी। इस वजह से राहुल जीनत को अधिक स्नेह देता था । सब कुछ सही चल रहा था लेकिन एक दिन जब राहुल और जीनत ट्यूशन समाप्ति के बाद आपस में बातचीत करते हुए जब बस स्टॉप तक जा रहे थे। उस दौरान राहुल का सामना जीनत के भाई से हो गया।
अफरोज नामक जीनत का भाई राहुल को अचानक भला बुरा कहना शुरू कर दिया। अफरोज ने राहुल को धमकाया कि वह जीनत से दूर रहे। इस पर राहुल ने सफाई भी दी कि वह जीनत का टीचर है लेकिन इसका भी कोई असर मंदबुद्धि अफरोज पर नहीं पड़ा। वह भला बुरा कहता रहा लेकिन जीनत के यह कहने पर कि यही वह राहुल सर है , जो उसे पढ़ाते हैं। तब इस पर अफरोज यह कहते हुए वहां से वापस चला गया की आगे से यदि अपनी बहन के साथ तुझे बातचीत करते हुए देख लिया तो जिंदा नहीं छोड़ेगा। अफरोज की इस बदतमीजी पर जीनत ने राहुल सर से माफी मांगी और कहा सर, मेरा भाई पागल किस्म का इंसान है और वह उसे घर जाकर अच्छी तरह समझा देगी। राहुल उस समय जीनत के भाई की हरकत पर हैरान तो हुआ लेकिन उसे यह पता नहीं चला कि जीनत से उसकी बातचीत भारी पड़ जाएगी।
इस घटना के अगले दिन राहुल बहुत खुश था क्योंकि उसके मोबाइल पर किसी ने एक ट्यूशन देने की बात कह कर उसे मिलने के लिए घर से बाहर बुलाया था।राहुल जब घर से बाहर आया तब गली में पांच लोग खड़े थे, इनमें से एक युवक ने उससे पूछा कि तुम ही राहुल हो, राहुल ने जब यह बात सुनकर खुद के राहुल होने की हामी भरी तब यह पांचों लोग अचानक उसे बुरी तरह मारते पीटते घसीटने लगे।
राहुल हैरान परेशान था कौन लोग हैं जो उसे बेवजह पीट रहे हैं, उसने शोर भी मचाया लेकिन कोई भी मदद के लिए नहीं आया। जो लोग राहुल की पिटाई कर रहे थे ,उनके साथ मौके पर एक लड़की भी खड़ी थी ,जो बार-बार यही कह रही थी कि उसे मत मारो लेकिन उसकी बातों को अनसुना करते हुए दरिंदे राहुल को पीटते रहे। कुछ देर की पिटाई के बाद जब राहुल बेहोश हो गया तब पास से गुजर रहे एक राहगीर ने इसकी जानकारी उसके चाचा को दी। जिसके बाद आनन-फानन में राहुल को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर उसकी खराब हालत को देखते हुए तुरंत दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया।
इस बीच राहुल के परिजनों को भी घटना की जानकारी हुई और इसके बाद सभी भागते हुए अस्पताल पहुंचे। इनमें किसी ने खून का इंतजाम किया तो किसी ने डॉक्टरों से विनती कि वह किसी तरह राहुल को बचा ले लेकिन होने को तो कुछ और ही मंजूर था और राहुल उपचार के दौरान चल बसा। अस्पताल से ही पुलिस को मामले की जानकारी हुई और पुलिस ने जब जांच पड़ताल शुरू की तब यह पता चला कि राहुल की पिटाई करने वाले लोग कोई और नहीं जीनत के भाई और कुछ रिश्तेदार थे।
पुलिस ने जब राहुल के माता पिता और चाचा का बयान लिया तब तक यह नहीं पता था कि राहुल की पिटाई किसने की थी लेकिन राहुल की पिटाई को लेकर घटनास्थल पर सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में जब लड़की दिखाई दी तब उसकी पहचान जीनत के तौर पर की गई और जीनत से जब इस बारे में पूछताछ की गई तब उसने यह कबूला कि उसके भाई को यह पसंद नहीं था कि वह पढ़ाई करें और पढ़ाई के दौरान उसकी बातचीत किसी से हो।
जीनत पूछताछ में बताया कि उसके भाई ने पहले भी राहुल सर को मुझ से बातचीत करते देख धमकाया था, उसने इस बारे में अपने माता-पिता को जानकारी देते हुए अफरोज को खरी-खोटी सुनाई लेकिन इसका कोई असर उस पर नहीं पड़ा। उसके भाई ने राहुल सर को मारने के लिए कुछ दोस्तों रिश्तेदारों को साथ लिया और उनको ट्यूशन दिए जाने के बहाने घर से बाहर बुलाया था । जीनत ने कबूला कि राहुल का नंबर अफरोज को उसने ही दिया था लेकिन उससे पता नहीं था कि उसका भाई उसके प्रेमी की जान ले लेगा।
वह भी भागकर राहुल सर के घर के आगे तक पहुंच गई थी लेकिन वह राहुल सर को बचा नहीं पाई। उसके इस खुलासे के बाद राहुल की हत्या में शामिल अफरोज समेत पांच और आरोपियों को पकड़ा गया। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों में तीन नाबालिग है जो अफरोज के बहकावे पर मौके पर चले आए थे लेकिन उन लोगों ने भी हत्या में शामिल होना कबूल किया है।देश की राजधानी दिल्ली में मुस्लिम लड़की से दोस्ती के चलते एक हिंदू लड़के को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिए जाने के बाद यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई।
आदर्श नगर इलाके में हुई इस लोमहर्षक घटना में बहन से मिलने से नाराज मुस्लिम लड़की के भाई ने दोस्तों के साथ मिलकर एक हिंदू युवक की बेरहमी से पिटाई की और राहुल के परिवार से मिलने कई नेता भी पहुंचे। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि युवक की मौत पेट में अंदरूनी चोट लगने की वजह से हुई है।
हैरानी की बात यह है कि देश की राजधानी में इस घटना के बाद इलाके में भय और तनाव का माहौल है और इसे देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। जीनत का कहना है कि अपने प्यार को इंसाफ दिलवाने के लिए अब न्याय का रास्ता अपनाएगी। वो अपने ही परिवार से अपनी जान की सुरक्षा मांग रही है। अब वह अपने प्यार के घर रहकर उसकी यादों में जिंदगी गुजरने की बात कर रही है।
(नोट – कहानी हाल में घटित दिल्ली की है। कुछ पात्रों के नाम बदल दिए गए हैं।)