अर्चना कुमारी। क्या कोई बाप इतना पत्थर दिल हो सकता है जैसा यह नशेड़ी पिता निकला। उसने तो नशे में अपने तीन साल के मासूम बच्चे के दोनों पैर पकडक़र उसका सिर दीवार में मार दिया। जिससे बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि बच्चे के सिर के अंदर की कई हड्ड़ियां टूट भी गई। छानबीन में पता चला है कि वारदात के पीछे पति पत्नी का आए दिन का झगड़ा था।
जिसका गुस्सा एक नशेड़ी पिता ने अपने बच्चे की हत्या कर निकाला। जिसको पकड़े जाने के बाद भी हत्या करने का कोई दुख नहीं हैं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । पुलिस ने बताया कि यह दर्दनाक वारदात भलस्वा डेयरी इलाके में हुई और घटना के दिन पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली थी।
जिसमें बताया गया कि मंगल बाजार रोड समता विहार एक पिता ने अपने ही बच्चे की हत्या घर में कर दी है। इस तरह की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। जहां देखा गया कि एक कमरे में दीवार और फर्श पर खून लगा हुआ था। जबकि वहीं पर तीन साल का बच्चा खून से लथपथ हालत में पड़ा था। जिसके सिर से खून निकल रहा था।
मौके पर पास ही उसका पिता खड़ा और मां बच्चे को लेकर रो रही थी। घटनास्थल पर कुछ पड़ोसी खड़े थे। पुलिस ने बच्चे को बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। जांच में पता चला कि बच्चे का सिर पूरी तरह फट चुका था। पुलिस ने बच्चे के पिता रवि को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
जबकि पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिवार को सौंप दिया। पुलिस का कहना है कि वारदात के वक्त आरोपी रवि शराब के नशे में था। इतना ही नहीं उसने पहले पत्नी की पिटाई भी की थी । पूछताछ में पड़ोसियों ने और मकान मालिक ने बताया कि ये पति-पत्नी एक महीने पहले ही यहां किराए पर आए हैं और हर रोज इनमें झगड़ा होता रहता है।
पत्नी आजादपुर मंडी में काम करने के लिए जाती है जबकि पति उसे मना कर रहा था। दोनों में बच्चे को कौन रखेगा इस बात को लेकर झगड़ा था। इसी झगड़े के दौरान घर से महिला चिल्लाते हुए बाहर आई कि मेरे बच्चे को मार दिया। उसने बताया कि उसके पति ने बच्चे को दीवार पर पटक पटक कर मार दिया। एक पड़ोसी ने बताया कि जब घर में से महिला के रोने की आवाज सुनी तो वह कुछ और पड़ोसी के साथ तुरंत उस घर में पहुंची।
जहां उसकी मां ने अपने बच्चे को गोद में ले रखा था,वह जोर जोर से रो रही थी। जबकि नशेड़ी पिता वहीं पर आराम से बैठा हुआ था। उसको होश तक नहीं था कि उसने क्या किया है, लेकिन नशा और घरेलू कलह ने उसे अपने ही बेटे का अवश्य हत्यारा बना दिया।