अर्चना कुमारी। राजधानी दिल्ली की कानून व्यवस्था का हाल बुरा है। पुलिस का खौफ अपराधियों के मन से बिल्कुल उतर चुका है यही वजह है कि आए दिन अपराध होते रहते हैं। इस बार अशोक विहार के बैंक्वेट हॉल कारोबारी के बेटे को अगवा कर 50 लाख रुपये फिरौती वसूल ली गई जबकि अब पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें 2 महिला शामिल है ।
पुलिस का कहना है कि इस पूरी साजिश को बैंक्वेट हॉल की महिला मैनेजर ने अपनी मां व ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिलकर रचा था। दबोचे गए आरोपियों की पहचान मैनेजर ऋचा सब्बरवाल (33), इसकी मां अनीता (56), प्रेमी गुरमीत सिंह (36) और सहयोगी कमल बंसल (35) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से फिरौती के रूप में वसूले गए 50 लाख में से 36 लाख रुपये बरामद कर लिया है। पुलिस का कहना है पूछताछ के दौश्रान ऋचा ने खुलासा किया है कि उसके परिवार पर भारी कर्जा था।
उस कर्जे से छुटकारा पाने के लिए ही उसने कारोबारी के बेटे को अगवा करने की साजिश रची थी। पुलिस सूत्रों का कहना है 18 दिसंबर को कारोबारी विकास अग्रवाल ने अपने 18 वर्षीय बेटे किनशुक अग्रवाल को अगवा कर 50 लाख रुपये वसूलने की सूचना पुलिस को दी । उन्होंने बताया कि उनका बैंक्वेट हॉल का कारोबार है।
17 दिसंबर को उनका बेटा बैक्वेट हॉल की मैनेजर ऋचा सब्बरवाल व चालक जितेंद्र के साथ फूल लेने गाजीपुर फूल मंडी गया था। लेकिन फूल लेने के बाद सभी कार में बैठने लगे, इसी दौरान एक नकाबपोश बदमाश ने पिस्टल दिखाकर सभी को बंधक बना लिया। बाद में जितेंद्र से कार चलाने के लिए कहा गया जबकि आरोपी ने किनशुक व ऋचा को बंधक बना आरोपी ने किनशुक के पिता को उसके ही मोबाइल से व्हाट्सएप कॉल कर एक करोड़ की फिरौती मांगी। इतना ही नहीं रुपये न देने पर किनशुक को जान से मारने की धमकी दी।
बाद में आरोपी सभी को दिल्ली की सड़कों पर घुमाता रहा। इसके बाद विकास ने आरोपी से सौदा कर 50 लाख में बात तय कर ली। आरोपी कार लेकर अशोक विहार ही पहुंच गया। वहां से विकास को भी पिस्टल दिखाकर कार में बिठा लिया गया।इसके बाद आरोपी ने 50 लाख रुपये लेकर सभी को रेडिसन होटल के पास उतार दिया।
पुलिस को सूचना देने पर बेटे को गोली मारने की धमकी दी गई। डर की वजह से उस दिन विकास ने कॉल नहीं की। लेकिन इसकी सूचना अगले दिन पुलिस को दी गई जिसके बाद इस मामले का पर्दाफाश किया गया । पुलिस का कहना है । छानबीन के दौरान पुलिस को एक सीसीटीवी कैमरे से एक स्कूटी सवार की पहचान की। जिसके बाद स्कूटी सवार कमल बंसल को पुलिस ने ओंकार नगर से गिरफ्तार किया तो उसने अपराध कबूल लिया।
उसने बताया कि वारदात को विकास की मैनेजर ऋचा व उसके प्रेमी गुरमीत सिंह ने मिलकर अंजाम दिया। इसके बाद पुलिस ने पहले ओंकार नगर से गुरमीत सिंह और मास्टर माइंड ऋचा को दबोच लिया। बाद में ऋचा की मां अनीता को भी दबोच लिया। इनके पास से कुल 36 लाख रुपये बरामद हो गए। ऋचा ने बताया कि वह अपने पति निकुल सब्बरवाल के साथ मानसरोवर गार्डन में रहती है। इसके दो बच्चे हैं।
लॉक डाउन में इसके पति को भारी घाटा हुआ था। पति का कारोबार ठप हुआ तो उसे ही घर का खर्चा चलाना पड़ रहा था। आरोपी गुरमीत ओंकार नगर इलाके में प्रॉपर्टी का काम करता है, कमल बंसल इसका दोस्त है। ऋचा और गुरमीत के बीच प्रेम-प्रसंग चल रहा है। ऋचा ने जब उसे बैंक्वेट हॉल कारोबारी के बेटे को अगवा करने की योजना बताई तो वह तैयार हो गया जबकि दिल्ली की सड़कों पर इस तरह की वारदात हुई और पुलिस को भनक तक नहीं मिल पाई। इस घटना से आप दिल्ली की कानून व्यवस्था का हाल जान सकते हैं जबकि पुलिस घटना के बाद ही तत्पर होती है इससे यही पता चलता है।