इस्लामिक आंतकवाद से जहां पूरा विश्व परेशान है, वहीं अपने देश में मुस्लिम अपराधी पैसे की खातिर किसी भी व्यक्ति को गाजर -मूली की तरह काटने से भी गुरेज नहीं करते। देश में होने वाले अपराध में मुस्लिम बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं और हत्या से लेकर लूटपाट तथा दुष्कर्म में भी इनकी भूमिका सबसे अधिक होती है।
बल्लभगढ़ की निकिता हो या फिर दिल्ली की निर्भया दोनों घटनाओं में मुस्लिम शामिल थे । आज हम एक हरियाणा के एक कारोबारी की स्टोरी पेश कर रहे हैं, जिसकी पूर्वी दिल्ली में पिछले दिनों निर्मम हत्या कर दी गई थी।
इस घटना में बुलंद शहर का रहने वाला मोहम्मद अनस नामक व्यक्ति ने एक लाख रुपए पाने के चलते पशु कारोबारी की सुपारी लेकर हत्या कर दी थी । वैसे इस मामले में सुपारी देने वाले गगन बिंद्रा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
ओमकार शर्मा हरियाणा के जींद शहर, गांव मुहाना रहने वाले थे और पशुओं की खरीद-फरोख्त दिल्ली में करते थे। इस कारोबारी की चाकू मारकर गाजीपुर इलाके में हत्या कर दी गई। ओमकार शर्मा (43) का गला रेतने के अलावा उसके शरीर पर चाकू के करीब 30 वार किए गए। पुलिस ने जांच में पाया हत्या कहीं और करने के बाद ओमकार का शव एक चादर में लपेटकर गाजीपुर डेयरी फार्म की एक गली में डाल दिया गया था।
पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव परिवार को सौंप दिया । शुरुआती जांच के बाद पुलिस आशंका जताई कि रुपयों की लेनदेन की वजह से ओमकार को मौत के घाट उतारा गया। इस मामले को लेकर पुलिस की जब जांच पड़ताल शुरू हुई तो यह पता चला ओमकार शर्मा अपने परिवार के साथ हरियाणा स्थित अपने गांव में रहता था। इसके परिवार में पिता शिवपाल शर्मा, मां राजपति, पत्नी, दो बेटी, एक बेटे के अलावा भाई धर्मपाल शर्मा है।
उसके भाई धर्मपाल ने पुलिस को बताया कि ओमकार का भैंसों का कारोबार था और वह पिछले करीब 15 सालों से हरियाणा से भैंसे लाकर गाजीपुर डेयरी फार्म में बेच रहा था। अक्सर वह पशु लेकर यहां आता और एक-एक सप्ताह गाजीपुर में रुककर अपनी भैंसे बेचकर ही वापस जाता था। यहां पर वह किसी भी डेयरी वाले के यहां रुक जाया करता था। करीब एक सप्ताह पूर्व वह भैंसे लेकर गाजीपुर आया था।
माल बेचने के अलावा उसे कुछ लोगों से भैंसों के 20 लाख रुपये से अधिक बकाया लेने भी थे । इस बीच उनके परिजनों को ओमकार शर्मा की हत्या की जानकारी मिली। दरअसल उसका शव गाजीपुर डेयरी फार्म की एक गली में चादर में लिपटा हुआ मिला था। मौके से गुजर रहे एक राहगीर ने मामले की जानकारी पुलिस को दी थी क्योंकि जब वह जा रहा था तब अचानक कुत्तों ने भौंकना शुरू कर दिया बाद में वहां भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों को कुछ संदिग्ध प्रतीत हुआ इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
इस बीच ओमकार शर्मा के परिजन भी दिल्ली पहुंच गए । उस समय ओमकार के भाई धर्मपाल ने बताया कि हत्या वाले दिन रात को उनके मोबाइल पर एक कॉल आया था। कॉलर ने रुपये देने की बात कर ओमकार को बुलाया था। जहां ओमकार रुका हुआ था, वह उससे किसी पार्टी से पेमेंट लेकर आने की बात कर गया था।
ऐसा लगता है कि हत्या कहीं और कर शव यहां डाला गया। इस जानकारी के बाद पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी। पुलिस को इसमें सफलता भी मिली और सीसीटीवी कैमरे के फुटेज और मोबाइल सर्विलांस के आधार पर ओमकार शर्मा की हत्या के आरोप में दो आरोपी भी दबोच लिए गए।
इनमें खुरेजी निवासी गगन बिंद्रा (35) और बुलंदशहर निवासी मोहम्मद अनस (30) शामिल थे । पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी गगन बिंद्रा ने खुलासा किया कि उसे मृतक ओमकार शर्मा के चार लाख रुपये देने थे। ओमकार दिल्ली आकर अपने रुपये मांग रहा था। आरोपी को रुपये न देने पड़े इसके लिए उसने अपने एक जानकार अनस के साथ मिलकर ओमकार की हत्या की योजना बना ली। अनस को काम होने के बाद एक लाख रुपये देने का वादा किया गया। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल सेंट्रो कार और चापड़ (मास काटने वाला छुरा) बरामद कर लिया । दरअसल पशु कारोबारी की हत्या की जांच में जुटी पुलिस ने घटनास्थल तथा उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों से छानबीन के अलावा दर्जनों लोगों से पूछताछ की थी।
जांच के दौरान पुलिस को एक कैमरे की फुटेज से पता चला कि एक सेंट्रो कार से ओमकार का शव गली में फेंका गया। पुलिस उस कार की जांच करते हुए खुरेजी निवासी गगन बिंद्रा तक पहुंच गई। आरोपी के पास से वारदात में इस्तेमाल कार भी बरामद हो गई। पूछताछ के दौरान गगन ने बताया कि कुछ समय पूर्व उसने ओमकार से भैंसे खरीदी थी। इसके चार लाख रुपये देने थे। ओमकार अपने रुपये मांग रहा था।
घटना वाले दिन आरोपी ने अनस को अपने साथ लिया। वह ओमकार को बहाने से अपने साथ यमुना खादर ले गया। वहां उसका पहले गला रेता गया। बाद में उसके शरीर पर चापड़ से कई वार किए गए। हत्या करने के बाद शव को एक चादर में लपेटकर गाजीपुर में ही फेंक दिया गया।
पुलिस ने बाद में अनस को भी गिरफ्तार कर लिया। अनस ने स्वीकार किया कि वह पैसे के खातिर किसी की भी जान ले सकता है।
बल्लभगढ़ की निकिता हो या फिर दिल्ली की निर्भया दोनों घटनाओं में मुस्लिम शामिल थे ???????so sorry
Nirbhaya ??
Yes….
Jo 5th ladka…jiski pahchhan lutiyans media ne chhupai thi…jisne nirbhaya ke saath sabse jyada durvyavahar kiya tha…. Jo nirbhaya ki mrutyu ki pramukh vajah tha… Jo nabalig hone ki vajah se 3 saal sudhargruh mein rahane ke baad chhut gaya tha….jisko kejruddin ne silay machine di thi….woh Muslim tha