अर्चना कुमारी। दिल्ली में करोना को लेकर साइबर क्राइम अचानक काफी बढ़ गया है सोशल मीडिया के जरिये शातिर लोग धड़ल्ले से ठगी कर रहे हैं और सैकड़ों लोग इसी तरह ठगी का शिकार हुए । दिल्ली पुलिस ने अभियान चलाकर अब तक कुल 372 मुकदमें दर्ज कर 91 लोगों को गिरफ्तार किया। यह सारी कार्रवाई कोविड महामारी के दौरान हुई।
देश की राजधानी में करोना को लेकर यहां रहने वाले लोग जहां अपने-अपनों की जान बचाने में जुटे हैं, ऐसे समय में अपराधी भी ठगी का कोई मौका नहीं चूक रहे हैं । इस तरह के मामले बढ़ने के बाद दिल्ली पुलिस लगातार ऐसे लोगों पर नजर रख रही है। फोन कॉल्स, सोशल मीडिया व दूसरे माध्यमों पर पुलिस की पैनी नजर है।
टि्वटर ,इंस्टाग्राम, फेसबुक तथा व्हाट्सएप पर भी पुलिस की पैनी नजर है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में पुलिस को अलग-अलग माध्यम से कुल 910 साइबर ठगी की शिकायतें मिली थीं। इनकी जांच के बाद पुलिस ने फिलहाल 372 एफआईआर दर्ज कर ली हैं। पुलिस का कहना है कि इन मामलों की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की 20 टीमों ने सात राज्यों में छापेमारी कर कुल 91 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
इतना ही नहीं पुलिस ने छानबीन के दौरान विभिन्न बैंकों के 214 खातों में 53.60 लाख रुपये फ्रीज करवाए । जांच के दौरान पुलिस को जालसाजों के मोबाइल और लैंडलाइन 861 नंबरों का पता चला। पुलिस ने इन नंबरों को बंद करवाने के लिए कहा है। इसके अलावा ठगी में इस्तेमाल किए गए 168 मोबाइल नंबरों के ट्रू-कॉलर पर स्पैम में डालकर ब्लैक लिस्ट किया गया ।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि देश के रहने वाले आम लोग थोड़ी सी सावधानी बरतकर ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं। जीवन बचाने के लिए आवश्यक ऑक्सीजन व दूसरे जरूरी उपकरण ऑन लाइन या फोन पर खरीदते समय किसी पर एकदम विश्वास न करें। इसके लिए किसी को भी एडवांस में पेमेंट न करें। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज की अपने स्तर पर अच्छी तरह से पड़ताल कर लें।
इसके बाद धोखाधड़ी की संभावना कम होगी। दिल्ली पुलिस का कहना है कि इसके बावजूद यदि कोई ठगी का शिकार होता है तो इसकी जानकारी पुलिस को अवश्य देनी चाहिए ताकि आरोपियों पर कार्रवाई की जा सके।