अर्चना कुमारी । दुनिया को पता है कि मोस्ट वांटेड क्रिमिनल दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में बैठकर भारत विरोधी साजिश को अंजाम दे रहा है । भारत सरकार ने इस कुख्यात बदमाश को पकड़ने के लिए कई बार कोशिश की लेकिन अब तक सुरक्षा एजेंसियों के हत्थे दाऊद इब्राहिम नहीं आया है। उसने अपना यहां प्लान तैयार किया है, जिसके अनुसार वह अब पाकिस्तान में बैठ रच रहा साजिश जबकि दिल्ली, मुंबई समेत देश के बड़े शहर तथा कई अन्य भी वीआईपी लोग उसके निशाने पर है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कोर्ट में दायर आरोप पत्र के जरिए खुलासा किया है कि दाऊद इब्राहिम गिरोह डी कंपनी ने अब हिंदुस्तान विरोधी साजिश को अंजाम देने के लिए दंगा सेल बनाया है और इसके स्लीपर सेल भारत के विभिन्न शहरों में मौजूद हैं। चार्जशीट में डी कंपनी को लेकर एनआईए ने बेहद चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरोप पत्र में कहा गया है कि डी कंपनी ने अब हिंदुस्तान विरोधी साजिश को अंजाम देने के लिए दंगा सेल बनाकर भारत के विभिन्न शहरों तथा भी वीआईपी लोगों को अपने निशाने पर ले रखा है।
देश के बड़े राजनेताओं के साथ ही कई बड़ी हस्तियां भी दंगा सेल के निशाने पर है और इनमें से हिंदूवादी नेताओं की संख्या सर्वाधिक है। पाकिस्तान में छिप कर भारत विरोधी साजिशों को अंजाम देने वाले आतंकी के दंगा सेल का मतलब है- एक ऐसी यूनिट जिसका काम सिर्फ और सिर्फ दंगा कराना है । राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बताया है कि डी कंपनी को लेकर पहली बार इस तरह की खबर आई है कि सिर्फ दंगे कराने के लिए उसने अलग से गिरोह बनाया है जबकि पहले वह अंडरवर्ल्ड की लेकर सुर्खियों में था। मायानगरी मुंबई से लेकर देश के विभिन्न शहरों में डी कंपनी में अब तक कई गुर्गे तैयार किए और उन के बल पर उन्होंने भारत को तहस-नहस करने की कई बार साजिश रची थी।
मुंबई बम धमाका हो या फिर कई अन्य आतंकी घटना जिसमें दाऊद इब्राहिम को सीधे तौर पर जिम्मेदार माना गया लेकिन वह अब भारत में दंगा कराने के लिए अलग से सेल बना दिया है जो चिंता का विषय है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी का कहना है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के सरपरस्ती में दाऊद इब्राहिम इस दंगा सेल का गठन किया है और इसके लिए काम करने वाले लोग भारत में मौजूद रहकर उसको सपोर्ट करने में जुटे हुए हैं।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की खुफिया जांच एजेंसी आईएसआई का मोहरा दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में बैठे आतंक के आकाओं के साथ मिलकर लंबे समय से भारत पर हमले की साजिश रचता आ रहा है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता की वजह से वो हर बार नाकाम हो जाता है. इसलिए अब उसने दंगा कराकर भारत को जख्म देने की साजिश रची है। सूत्रों का दावा है कि भारत की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई समेत देश के तमाम बड़े शहरों में दंगा भड़काने का प्लान तैयार हो चुका है जबकि भीषण दंगे की आड़ में जिन लोगों को टारगेट किया जाना है उनकी सूची डी कंपनी के द्वारा तैयार कर ली गई है।
दंगे को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान फंडिंग करेगा और चार्जशीट के मुताबिक डी कंपनी के निशाने पर देश के बड़े राजनेता हैं और कई बड़ी हस्तियां भी निशाने पर हैं। आरोपपत्र में दावा किया गया है कि दाऊद ने डी कंपनी के दंगा सेल को मोटी रकम भी भेजी थी ताकि प्लान पर जल्द से जल्द काम शुरू हो सके। बताया जाता है कि ये पैसे हवाला के जरिए भेजे जा रहे थे जबकि सुरक्षा एजेंसियां इस दंगा सेल को गंभीरता से लेते हुए उस पर कार्रवाई कर रही है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी का कहना है कि दंगा सेल के बारे में जानकारी तब उपलब्ध हुई जब कुछ समय पहले एनआईए ने आरिफ शेख और शब्बीर शेख नाम के दो आरोपियों के गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी का कहना है कि दोनों आरोपियों ने पाकिस्तान से दुबई के रास्ते 25 लाख की रकम मुबई भेजी थी और ये पैसे छोटा शकील के जरिए दोनों तक पहुंचाए गए थे। जांच कार्रवाई में पता चला कि इसी पैसे से देश के कई इलाकों में दंगा करने की साजिश भी थी और आगे जांच में इस मामले में एक और नाम सामने आया था वो है- कुरैशी।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी का कहना है कि कुरैशी ही वो शख्स है, जो दाऊद की इस पूरी साजिश को अंजाम दे रहा था। फिलहाल राष्ट्रीय जांच एजेंसी सेल से जुड़े आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है , अब इस सिंडिकेट के बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है और ये जानने की कोशिश में जुटी हुई है कि सिंडिकेट का जाल देश के और किन किन हिस्सों में फैला हुआ है