अर्चना कुमारी। जब देश 73 वां गणतंत्र दिवस मना रहा था । उस समय देश की राजधानी में एक महिला की इज्जत तार-तार हो रही थी । दिल्ली के पूर्वोत्तर में स्थित शाहदरा जिले के विवेक विहार में दबंगों ने 20 साल की एक महिला को अगवा किए जाने के बाद उसके साथ हैवानियत की हदें पार कर दी । आरोप है कि महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म, कुकर्म और अप्राकृतिक यौनाचार करने के अलावा उसके प्राइवेट पार्ट में मिर्च पाउडर झोंक दिया गया।
इतना ही नहीं बाल काटने के बाद उसके मुंह पर कालिख पोतकर उसके गले में जूतों व चप्पलों का हार डालकर उसे गलियों में घुमाया गया। इस मामले को लेकर पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है लेकिन इस तरह की घटना सभ्य समाज के मुंह पर एक तमाचा है । पकड़े गए लोगों में 7 महिलाएं तथा दो नाबालिग शामिल है।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि आरोपी परिवार के 16 वर्षीय लड़के ने दो माह पूर्व ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी। प्रेम प्रसंग का मामला बताकर इस महिला को लड़के मौत का जिम्मेदार बता उसके साथ यह सब हैवानियत की गई। इस दर्दनाक वारदात की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस से भी आरोपियों ने जमकर बदसलूकी की। बाद में किसी तरह महिला को भीड़ से छुड़ाकर थाने लाया गया।
उसका मेडिकल कराने के बाद विवेक विहार थाना पुलिस ने अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर कर लिया है। पुलिस का कहना है कि पीड़ित महिला अपने पति व तीन साल के बेटे के साथ कड़कड़डूमा गांव में किराए के मकान में रहती है। जांच में पता चला है कि इसका मायका विवेक विहार के कस्तूरबा नगर इलाके में है। आरोपी सांसी समुदाय जोकि शराब का धंधा करने वाले से संबंध रखते हैं। उनका मकान पीड़िता के मायके वाले मोहल्ले में है।
शादी से पहले पीड़िता की एक नाबालिग लड़के से दोस्ती थी। इसका लड़के का परिवार विरोध करता था। चार साल पहले लड़की के परिजनों ने उसकी शादी सीमापुरी में रहने वाले एक युवक से कर दी। इसके बाद भी वह जब भी अपने मायके आती थी तो नाबालिग लड़के से जरूर मिलती थी। यह बात लड़के परिवार को बिल्कुल पसंद नहीं थी। इस बीच पिछले साल नवंबर में लड़की ने शादी होने के बाद नाबालिग से मिलने से मना कर दिया।
इसके बाद गुस्से में 16 वर्षीय नाबालिग लड़के ने 12 नवंबर 2021 को विवेक विहार में ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। लड़के के परिजन पीड़ित लड़की को बेटे की मौत का दोषी मानने लगे। शादी के बाद पीड़िता अपनी ससुराल सीमापुरी में रहती थी।
लेकिन लड़के की मौत के बाद जब उसके परिवार ने लड़की से बदला लेने के लिए उसकी तलाश शुरू की तो वह छिपकर कड़कड़डूमा इलाके में पति के साथ रहने लगी। इस बीच लगातार लड़के का परिवार लड़की की तलाश करता रहा। गणतंत्र दिवस के दिन जब पीड़िता की बहन उसक घर गई तब आरोपियों ने चुपचाप उसका पीछा किया। इसके बाद वह कड़कड़डूमा में पीड़िता के घर पहुंच गए और उसे अगवा कर इस तरह की वारदात को अंजाम दिया।