Archana Kumari. गंणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस इस घटना से सीख लेते हुए तथाकथित उपद्रवियों से निपटने के लिए सख्त हो गई है।
यही वजह है कि हिंसा में शामिल एक एक आरोपियों की दबोचने की कार्रवाई चल रही है वही पुलिस की मुस्तैदी ने चक्का जाम पर भी दिल्ली में पानी फेर दिया । दिल्ली पुलिस तथाकथित किसान आंदोलन को अंतरराष्ट्रीय साजिश बता चुकी है
जबकि पर्यावरणविद ग्रेटा थनबर्ग को उकसान वाले खालिस्तानी तत्वों की भी तलाश कर रही है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने करीब दो दर्जन लाल किला हिंसा के आरोपियों की तस्वीरें जारी करते हुए तीन और आरोपी को धर दबोचा है ।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि किसान आंदोलन के दौरान 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में उत्तरी जिला की एसआईटी ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
दबोचे गए आरोपियों की पहचान हरपाल सिंह उर्फ जॉनी (32), हरजीत सिंह उर्फ लक्की (48) और धर्मेंद्र सिंह उर्फ काले (55) के रूप में हुई है।
आरोपियों के पास से वारदात में इस्तेमाल बाइक व स्कूटी और इनके मोबाइल फोन भी बरामद किए गए। इनके मोबाइल से उस दिन हिंसा के वीडियो भी मिले हैं।
आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया। दिल्ली पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर मार्च के दौरान 26 जनवरी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हिंसा हुई थी।
इसमें सिंघु बॉर्डर से किसानों ने जब लालकिला की ओर कूच किया तो पुलिस ने बुराड़ी फ्लाईओवर के पास बैरिकेडिंग कर भीड़ को रोकने का प्रयास किया। लेकिन मौके पर जमा लोग उग्र हो गए। इन लोगों ने पुलिस टीम पर अचानक हमला कर दिया।
इसमें अर्द्धसैनिक बल के असिस्टेंट कमांडेंट समेत कुल 30 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे। इस संबंध में बुराड़ी थाने में बलवा करने और पुलिसकर्मियों पर हमला करने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
इस घटना के बाद मामले की जांच के लिए जिला पुलिस उपायुक्त ने तीन एसीपी समेत कई एसएचओ व अन्य स्टाफ की एक एसआईटी गठित की। जांच के दौरान वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कुछ उपद्रवियों की पहचान कर ली गई।
उत्तरी जिला पुलिस का कहना है छानबीन के बाद पुलिस ने हरपाल को श्याम नगर, दिल्ली, उसके घर से गिरफ्तार किया। हरजीत को पश्चिमी दिल्ली चांद नगर एक्सटेंशव व धर्मेंद्र सिंह को विष्णु गार्डन, तिलक नगर स्थित उनके घरों से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस का कहना है कि आरोपियों के पास से बरामद फोन से टीम को अहम सुराग हाथ लगे। पुलिस बाकी आरोपियों की पहचान कर उनकी भी तलाश में जुटी है।
पकड़े गए तीनों आरोपियों के अपने-अपने कारोबार हैं। जबकि जांच में पायाा गया घटना वाले दिन यह लोग बाइक व स्कूटी से सवार होकर बुराड़ी पहुंचे थे।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि क्राइम ब्रांच की विभिन्न टीमें फरार एक्टर डीप सिद्दू, पूर्व गैंगस्टर लखबीर सिधाना तथा जुगराज सिंह आदि की तलाश कर रही है।
जबकि ग्रेटा थनबर्ग को उकसाने वालेेे खालिस्तानी देसी विदेशी समर्थकों की पहचान उजागर करने के लिए गूगल से जवाब मिलनेेे का इंतजार कर रही है वैसे
दिल्ली पुलिस को इस बात का पता चल चुका है कि इसमें कौन-कौन लोग शामिल है लेकिन पुलिस इसका खुलासा करने से पहले आरोपियों के नामों की पुष्टि करना चाहती है।
इस बीच किसान आंदोलन के दौरान टिकरी बॉर्डर पर लगातार किसानों की मौत हो रही है और रविवार को भी दो किसानों की मौत हो गई । इनमें जींद के एक किसान ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली तो वहीं दूसरे किसान की हार्ट अटैक होने से मौत हुई है।
उधर क्राइम ब्रांच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि सुखदेव सिंह के ऊपर दिल्ली पुलिस द्वारा 50 हजार का इनाम रखा गया था और इस आरोपी को पंजाब से धर दबोचा गया । लाल किले पर हुई हिंसा के बाद से ही वह लगातार फरार चल रहा था