अर्चना कुमारी। पश्चिमी दिल्ली के कई इलाके में एक दीवार पर राष्ट्र विरोधी और खालिस्तान समर्थित नारे पेंट के जरिए लिख दिए गए बाद में इसकी सूचना पुलिस को दी गई उसके बाद पुलिस ने बृहस्पतिवार को मिटवा दिया।
दिल्ली पुलिस का कहना है बताया कि दीवार पर खालिस्तान जिंदाबाद और रेफरेंडम 2020 जैसे नारे लिखे गए थे। इस बारे में पूछे जाने पर दिल्ली पुलिस ने कहा, कुछ लोगों ने दिल्ली में कुछ स्थानों पर राष्ट्र-विरोधी, खालिस्तान-संबंधी नारे लिख दिए थे। यह सुरक्षा-संबंधी मुद्दा नहीं है। इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस यह सुनिश्चित कर रही है कि गणतंत्र दिवस से पहले कोई गलत गतिविधि न हो। प्रवक्ता दिल्ली पुलिस सुमन नलवा ने कहा, इससे हमारी सुरक्षा प्रभावित नहीं होती है। चूंकि एसएफजे (सिख्स फॉर जस्टिस) एक प्रतिबंधित संगठन है, इसलिए यह खबरों में रहना चाहता है। एसएफजे का संचालन अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में रहने वाले कुछ कट्टरपंथी सिख करते हैं। इस संगठन को भारत सरकार ने 2019 में गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत प्रतिबंधित कर दिया था।
पुलिस का कहना है 19 जनवरी, 23 को सुबह-सुबह, विकासपुरी, जनकपुरी, पश्चिम विहार, पीरागढ़ी और पश्चिमी दिल्ली के अन्य हिस्सों में आपत्तिजनक नारे दिखाई दिए। सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा आईपीसी की धारा 153-बी और 120-बी के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है। इससे पहले राजधानी में खालिस्तान और हरकत उल अंसार के नौशाद और जगजीत पकड़े गए थे । इनका इरादा एक हिंदूवादी नेता की हत्या करना था और उससे पहले एक युवक की वह बुरी तरह हत्या कर इसका वीडियो अपने आकाओं को भेजा था।