अर्चना कुमारी। दिल्ली पुलिस इन दिनों कथित तौर पर सेकुलर रंग दिखा रही है और अब अपने ही तीन पुलिसकर्मियों के पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने जा रही है। दरअसल दिल्ली पुलिस के कुछ कर्मियों पर कुछ युवकों की पिटाई कर उनसे राष्ट्रगान बुलवाने वालों में इनके शामिल होने का शक है। बताया जाता है कि इस घटना में पिटाई के चलते फैजान नामक युवक की मौत हो गई थी।
इस बाबत हत्या का मामला भी दर्ज किया गया था। पुलिस सूत्रों का दावा है कि 25 फरवरी 2020 का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें कुछ पुलिसकर्मी जमीन पर गिरे युवकों को डंडे से पीट रहे थे। बताया गया कि उन्हें जबरन राष्ट्रगान गाने के लिए कहा जा रहा था। इस घटना में चार से पांच युवकों को पुलिसकर्मियों ने पिटाई की थी । कहा यह भी गया कि युवकों को ज्योति नगर थाने ले गई थी।
वहां से बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था। लेकिन घर वापसी के बाद इनमें से एक युवक फैजान की तबियत बिगड़ी और अस्पताल ले जाने पर उसकी मौत हो गई थी। बाद में परिजनों के दबाव पर इस घटना को लेकर हत्या का मामला दर्ज किया गया लेकिन वहीं दिल्ली पुलिस अपने ही कर्मियों का सुराग नहीं लगा पाई और बाद में इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई।
क्राइम ब्रांच की जांच में जांच के दौरान पता चला कि पिटाई करने वाले पुलिसकर्मी बटालियन के थे। इसके साथ ही वीडियो में एक पुलिसकर्मी आंसू गैस के गोले के साथ देखा गया। पुलिस ने बटालियन के ऐसे पुलिसकर्मियों की सूची निकाली, जिन्हें आंसू गैस के गोले दिए गए थे। उनसे हुई पूछताछ के बाद आखिरकार तीन पुलिसकर्मियों को चिन्हित किया गया, जिनके इस घटना में शामिल होने का शक है।
यह पुलिसकर्मी वारदात में शामिल होने की बात से इनकार कर रहे हैं। इसके चलते पुलिस अब उनका पॉलीग्राफ टेस्ट करवाना चाहती है। अब इस घटना का गुनाहगार कौन है यह तो कोई नहीं जानता लेकिन दिल्ली पुलिस अपने ही कर्मियों का पॉलीग्राफ टेस्ट करा कर यह साबित करना चाहती है कि वह किस तरह की पुलिसिंग अब कर रही है।