उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की बेरहमीपूर्वक हत्या की गई थी। जिहादी मानसिकता और तालिबान समर्थक हत्यारों ने उस पर चाकू से कई बार किए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मानें तो अंकित के शरीर पर चोटों के कुल 51 निशान पाए गए थे, इनमें से 18 चाकू से वार के थे। उसके शरीर के बाकी हिस्सों पर किसी भारी वस्तु से प्रहार करने के 33 निशान मिले। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दावा किया गया था की उपद्रवियों ने अंकित पर 400 से अधिक बार चाकू से वार किए थे। रिपोर्ट में चोटों की वजह और सदमे से मौत का कारण बताया गया था। अंकित पर हुए हमले के दौरान उसके फेफड़ों और मस्तिष्क में खून का रिसाव हो गया था।
सूत्रों ने दावा किया कि अंकित के सीने, जांघ, पैर और शरीर के पिछले हिस्से में चाकू के गहरे घाव थे जबकि अंकित के सिर तथा शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोट के निशान थे। उसके शरीर पर धारदार हथियार और लोहे की रॉड या डंडे से चोट के निशान पाए गए। हत्यारों ने हत्या से पहले उसके कपड़े तक उतार दिए और उस पर भीड़ करीब आधे घंटे तक हमला करने के बाद उसके शव को नाले में फेंक दिया था।
इस जघन्य हत्या मामले में कड़कड़डूमा कोर्ट में करीब 650 पन्नों की चार्जशीट में कुल 10 आरोपी बनाए गए हैं। इस घटना के मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी ताहिर हुसैन के अलावा सलमान, अनस समेत अन्य सभी आरोपी जेल में बंद है। पुलिस का कहना है कि आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन ने अंकित शर्मा की हत्या की सोची समझी साजिश रची और उत्तेजित भीड़ का नेतृत्व किया। उसी के उकसावे पर दंगाइयों ने अंकित की बेरहमी पूर्वक हत्या कर लाश को नाले में फेक दिया था।
पुलिस के मुताबिक, ताहिर हुसैन वारदात के दौरान और बाद में हर पल फोन पर अपने प्लान का अपडेट्स अपने गुर्गो से ले रहा था। हत्यारोपी ताहिर हुसैन के फोन लोकेशन से पता चला है कि अंकित शर्मा की हत्या के समय उसकी लोकेशन घटनास्थल के समीप थी और वह वारदात के बाद घटनास्थल के समीप ही अपने घर में मौजूद रहा।
चार्जशीट के अनुसार मामला 25 फरवरी की शाम की है । खजूरी खास इलाके में ताहिर हुसैन के घर के बाहर यह वारदात हुई। पुलिस ने कहा कि अंकित शर्मा को मारने की साजिश ताहिर हुसैन ने बनाई क्योंकि वह इलाके में जाना-पहचाना चेहरा था। उसने उस भीड़ को उकसाया जिसने अंकित को बेरहमी पूर्वक मारा था।
पुलिस का कहना है कि उनके पास अपने दावों को साबित करने के लिए पर्याप्त इलेक्ट्रॉनिक, फोरेंसिक तथा अन्य सबूत हैं। पुलिस ने अपने पक्ष में दलील रखते हुए कहा कि हिंसा के दौरान एक छत पर खड़े एक गवाह ने अपने मोबाइल फोन पर इस घटना का वीडियो शूट किया था, जिसमें व्यक्तियों के एक समूह को नाले में शव को फेंकते हुए दिखाया गया है।चार्जशीट में कुल 96 गवाह हैं।
इस हत्या को लेकर दयालपुर पुलिस स्टेशन में 26 फरवरी को हत्या समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। बाद में क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने गहन जांच के दौरान ताहिर हुसैन समेत 10 लोगों को इस केस में गिरफ्तार किया। पुलिस ने जांच के दौरान अंकित शर्मा पर हमले में इस्तेमाल किया गया खून से सना चाकू बरामद किया था। साथ ही हमलावर के खून लगे कपड़े भी बरामद किए थे। दिल्ली पुलिस का कहना है कि अंकित शर्मा की हत्या में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूूत हैं और इन लोगों को कठोर सजा दिलाई जाएगी। क्रमशः…