अर्चना कुमारी। दिल्ली का जामा मस्जिद इलाका गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। चार-पांच लड़कों ने जामा मस्जिद के गेट नंबर-1 के पास मौजूद पुलिस चौकी के नजदीक एक होटल के बाहर गोलियां बरसाकर युवक की हत्या कर दी। मृतक की शिनाख्त समीर (28) के रूप में हुई है। गोलियां चलाने के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए।
देर रात तक भीड़ से पटे रहने वाले जामा मस्जिद पर अचानक हुई फायरिंग से अफरा-तफरी मच गई। मामले की सूचना मिलते ही जिले के पुलिस अधिकारियों के अलावा कई थानों का स्टाफ वहां पहुंच गया। समीर को एलएनजेपी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसकी सिर में गोली लगने से मौत हुई थी।
क्राइम टीम के अलावा एफएसएल ने मौके से साक्ष्य जुटाए । आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पुलिस को हत्याकांड से जुड़े अहम सुराग मिले हैं। उसके आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। घटना के बाद से पूरे जामा मस्जिद इलाके के लोगों में भारी रोष है। लोगों ने पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाए ह।
समीर अपने परिवार के साथ पुरानी दिल्ली के चितला गेट, चावड़ी बाजार इलाके में रहता था। इसके परिवार में मां आलिया बेगम, छोटा भाई उमैर (17), पत्नी तूबा, ढाई व नौ माह की दो बेटियां और दो शादीशुदा बहनें हैं। समीर के जीजा काशिफ ने बताया कि समीर की पत्नी तूबा के ताऊ के बेटे राजू का जामा मस्जिद गेट नंबर-1 के सामने होटल ‘या रब चला दे होटल’ और शाका गेस्ट हाउस है।
समीर अपने रिश्ते के साले के साथ होटल पर ही काम कर रहा था। बुधवार देर रात को वह होटल पर मौजूद था। इस बीच चार-पांच लड़के वहां पहुंचे और राजू से झगड़ा करने लगे। समीर ने बीच-बचाव का प्रयास किया तो आरोपियों ने अचानक पिस्टल निकालकर फायरिंग शुरू कर दी। हमले में एक गोली समीर के सिर पर लग गई। बाद में हमलावर फरार हो गए।
घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने समीर को अस्पताल पहुंचाया। शुरुआती जांच के बाद पुलिस को पता चला कि राजू का कुछ लोगों से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था।