ताजमहल के अंदर शाही मसजिद में सरेआम सुप्रीम कोर्ट के आदेश की धज्जिया उड़ाई जा रही है, लेकिन इस पर बोलने वाला कोई नहीं है। कोर्ट भी स्वत: संज्ञान लेने से बच रहा है। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल के अंदर स्थित शाही मसजिद में नमाज अता करने पर रोक लगा रखी है। इसके बाद भी कुछ मोमिन तामजमह देखने के लिए टिकट खरीद कर उसके अंदर स्थित शाही मसजिद में नमाज अता कर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने से बाज नहीं आते। अगर यही कृत्य हिन्दू धर्म के किसी व्यक्ति ने किया होता तो पूरे देश में बवाल मच गया होता।
मुख्य बिंदु
* नमाज अदा करने वाले मोमिनों के खिलाफ कोर्ट की अवमानना का केस दर्ज होना चाहिए
* सुप्रीम कोर्ट की आड़ में सबरीमाला मंदिर में महिला प्रवेश को लेकर ज्ञान देने वाले अब चुप क्यों?
इन मोमिनों पर कन्टेम्ट ऑफ कोर्ट चलेगा या सारा नजला सिर्फ हिंदुओं के लिए ही है…वैसे सबरीमला पर सुप्रीम कोर्ट की आड़ लेकर ज्ञान देने वाले कहाँ हैं अब ??? @hiteshshankar @taslimanasreen @DrRizwanAhmed1 @sdeo76 pic.twitter.com/TRHKXQdzQ0
— Ashwani mishra (@mishra167) November 14, 2018
सुप्रीम कोर्ट के फैसले की आड़ में सबरीमाला मंदिर में महिला प्रवेश पर ज्ञान बघाड़ने वालों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना पर चुप्पी साध रखी है। जबकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने वाले मोमिनों के खिलाफ कोर्ट की अवमानना का केस दर्ज होना चाहिए।
URL: Despite supreme court ban Namaj offered inside a mosque in Taj Mahal
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