आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य करवाने वाला केस से चर्चा में आये ऐडवोकेट प्रशांत पटेल ने राजदीप सरदेसाई के पुत्र का MBBS में हुए दाखिले को लेकर हेराफेरी का आरोप लागते एक सवाल के जरिये ट्वीट किया है।
प्रशांत ने ट्वीट कर कहा “प्रिय राजदीप सरदेसाई जी, क्या यह सच है कि आपके बेटे को मणिपाल यूनिवर्सिटी के कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज में साल 2013 में एमबीबीएस में मिला दाखिला एनआईआई के कोटे से हुआ गया है। क्या ये दाखिला बिना मेरिट के आधार पर किया गया और इसके लिए नियमों का उल्लंघन कर एक करोड़ रुपये चुकाये गये?”
ज्ञात हो कि राजदीप सरदेसाई के पिता दिलीप सरदेसाई 1993 में फेरा नियमों के उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं। यही नहीं राजदीप के ससुर भास्कर घोष जो कि दूरदर्शन के डायरेक्टर रह चुके है घोर मार्क्सवादी विचारधारा से प्रेरित हैं। सूत्रों की माने तो पत्रकारिता में राजदीप पर इन्ही कि अनुकम्पा रही जिससे वह पत्रकारिता के पेशे में आये!
भास्कर घोष पर यह हिन्दू विरोधी होने का भी आरोप है! रामानंद सागर के प्रसिद्ध सीरियल ‘रामायण’ की अपार लोकप्रियता से घोष बाबू विचलित हो गए थे और ‘रामायण’ को पूरा होने से पहले ही रोकने के लिए उन्होंने प्रयास भी किये! जब रामानंद सागर ने ‘रामायण’ के लिए अतिरिक्त 26 हफ़्तों की मांग की तो भास्कर घोष ने उसे मानने से मना कर दिया लेकिन रामानंद सागर के प्रयासों से वह अपने अभियान में सफल नहीं हो पाए। रामानंद तात्कालीन दूर संचार मंत्री श्री एल के भगत से मिल कर अतिरिक्त समय ले आये।
कम्युनिस्ट मानसिकता और हिन्दू विरोध की सरपरस्ती का असर है कि राजदीप और उनकी पत्नी सागरिका घोष लेफ्ट लिबरल मानसिकता से भरे पूरे हैं! पिता पर ed की रेड, ससुर लेफ्ट मानसिकता वाला हिन्दू विरोधी। स्वयं कैश फॉर वोट कांग्रेस के ब्लैक खेल में ब्लैक कमाई करने वाला और अब बेटे को अवैध तरीके से मेडिकल कॉलेज भेजने वाला यह पत्रकार है या माफिया!
फोटो साभार: जनसत्ता