देश के बैंकों से अरबों रुपये का लोन लेकर देश छोड़कर भागने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या को लेकर एक नया खुलासा सामने आया है। रिपब्लिक टीवी ने खुलासा किया है कि तीन सप्ताह पहले लंदन स्थित माल्या के महल में भगोड़ा ललित मोदी के साथ यूपीए सरकार के दो पूर्व मंत्रियों ने मुलाकात की थी। मुलाकात करने वालों में शामिल यूपीए के दो मंत्रियों में से एक पूर्व मुख्यमंत्री भी रहे हैं।
मालूम हो कि विजय माल्या ने कुछ दिन पहले ही प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई के बाद लंदन स्थित कोर्ट के बाहर यह बयान दिया था कि देश छोड़ने से पहले उनकी भेंट वित्त मंत्री अरुण जेटली से हुई थी। हालांकि उसने अपना बयान थोड़ी ही देर बाद वापस भी ले लिया। लेकिन उस भगोड़े के बयान पर भरोसा कर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने तुरंत ही आनन-फानन में प्रेस कान्फ्रेंस कर वित्त मंत्री से इस्तीफे की मांग कर दी। अब जब उनके दो पूर्व मंत्रियों के साथ माल्या के महल में मीटिंग होने का खुलासा हुआ है तो अब सवाल उठता है कि क्या राहुल गांधी इस मसले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पष्टीकरण देंगे, कि माल्या से अरुण जेटली के खिलाफ झूठा बयान दिलवाने में वे खुद शामिल नहीं हैं? क्या वे जवाब देंगे कि आखिर उनके दो पूर्व मंत्रियों ने माल्या के इस झूठे बयान देने से पहले क्यों मुलाकात की थी?
मुख्य बिंदु
* रिपब्लिक टीवी के मुताबिक तीन सप्ताह पहले ही माल्या के महल में चारों की हुई थी मुलाकात
* माल्या के साथ हुई मुलाकात में शामिल दो पूर्व मंत्रियों में एक पूर्व मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं
गौरतलब है कि भगोड़ा विजय माल्या के देश छोड़कर भागने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलने वाले बयान पर देश की राजनीति बिल्कुल गरमा गई है। देश की दोनों प्रमुख पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप की तलवारें भांज रहे है। इस बयान के बाद जहां कांग्रेस की ओर से कमान स्वयं अध्यक्ष राहुल गांधी, पीएल पुनिया तथा सुरजेवाल ने संभाली वहीं भाजपा की तरफ से संबित पात्रा तथा पीयुष गोयल ने संभाली। पुनिया ने तो जेटली और माल्या के बीच करीब 15-20 मिनट तक चली बैठक अपनी आंखों से देखने का दावा करते हुए सीसीटीवी फुटेज सीज करने तक की बात कह दी। इसी बीना पर राहुल गांधी ने जेटली से इस्तीफे तक की मांग कर डाली। लेकिन जब पुनिया से सेंट्रल हॉल में दोनों के बीच चली बैठक के समय के बारे में पूछा गया तो उन्होंने याद नहीं होने की बात कह दी। राहुल गांधी को देश के वित्त मंत्री पर नहीं बल्कि देश के एक भगोड़े पर विश्वास ज्यादा है।
अब जब रिपब्लिक टीवी ने राहुल गांधी की यूपीए सरकार के दो पूर्व मंत्रियों की लंदन स्थित माल्या के घर में मुलाकात होने का खुलासा किया है तो अब राहुल गांदी क्या करेंगें? इस नए खुलासे में कहा गया है कि तीन सप्ताह पहले इनलोगों की मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात में भगोड़ा ललित मोदी भी शामिल था। कहा गया है कि इस मुलाकात में जो दो पूर्व मंत्री शामिल थे उनमें एक पूर्व मुख्यमंत्री भी रहे हैं। ये बैठक 15-20 मिनट की नहीं थी बल्कि घंटों चली हैं।
इस नए खुलासे से साफ लगता है कि कांग्रेस प्रेसर टैक्टिस का खेल खेल रही है। तभी तो खुद फंसने के डर से पहले ही भाजपा के मंत्रियों पर आरोप लगा रही है ताकि देश को यह संदेश दिया जा सके कि मोदी सरकार प्रतिशोध स्वरूप कांग्रेस के कदाचारों का पर्दफाश कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
URL: disclosure meeting of Lalit Modi and two former ministers of the UPA government in Mallya London palace
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