अर्चना कुमारी। दिल्ली पुलिस ने एक बार फिर 48 करोड़ के ड्रग्स के साथ चार तस्करों को धर दबोचा । पुलिस का दावा है कि यह रैकेट पाकिस्तान अफगानिस्तान में उत्पादित ड्रग्स को पूर्वोत्तर राज्यों के रास्ते उत्तर प्रदेश होकर दिल्ली- एनसीआर में पहुंचाते थे । इस गिरोह का सरगना मोहम्मद अब्दुर रज्जाक है और आरोपियों के कब्जे से 12 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई ।
चारों पकड़े गए आरोपियों की पहचान शाहनवाज हुसैन (25), सचिन (32), मोहम्मद अब्दुर रज्जाक (44) और मोहम्मद इदरीश अली (50) के तौर पर की गई है। आरोपियों में मोहम्मद अब्दुर रज्जाक और मोहम्मद इदरीश अली दोनों मणिपुर के रहने वाले हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी मोहम्मद अब्दुर रज्जाक इस तस्करी के रैकेट का सरगना बताया जा रहा है, जो मणिपुर में स्थित दारूल ऊलूम मखा नामक मदरसा में रहता है।
दिल्ली पुलिस को पता चला था कि म्यांमार से पूर्वोत्तर भारत होते हुए ट्रक से ड्रग्स की तस्करी कर दिल्ली लाते थे और फिर स्कूटी से विभिन्न लोगों को सप्लाई करते थे। ड्रग्स के अलावा आरोपियों का ट्रक, स्कूटी, कई मोबाइल समेत अन्य चीजें जब्त किया गया। दरअसल पूर्व में पकड़े गए ड्रग्स तस्करों से पूछताछ में पता चला था कि म्यांमार के बॉर्डर के रास्ते ड्रग्स की खेप नॉर्थ-ईस्टर्न राज्यों में से होते हुए बरेली पहुंचाया जाता था।
जिसे इस गैंग ने केंद्र बना रखा था और फिर बरेली से ड्रग्स को दिल्ली-एनसीआर समेत अन्य राज्यों में पहुंचाया जाता है। इनमें से शहनवाज और सचिन को पुलिस ने राजा पूरी तथा मोहम्मद अब्दुर रज्जाक और इदरीश को सुनहरी मस्जिद से गिरफ्तार किया। पूछताछ में मोहम्मद अब्दुर रज्जाक, इदरीश तथा शाहनवाज ने बताया कि वह बीते कई साल से हेरोइन की तस्करी में लिप्त है।
वह मणिपुर और असम में अपने ट्रक लेकर जाता है और वहां से हेरोइन लेकर आता है। इसके लिए उन्होंने गाड़ी में खुफिया जगह बना रखी थी। वह दिल्ली एनसीआर और यूपी में इसकी सप्लाई करता था। मोहम्मद अब्दुर रज्जाक ने पुलिस को बताया कि म्यांमार के ड्रग तस्करों से उसके संबंध हैं। वह उसके पास बड़ी मात्रा में कच्ची हेरोइन भेजते हैं। यहां पर वह उसे बेहतरीन क्वालिटी की हेरोइन बना कर बेचता था और उसके गिरोह में कई अन्य लोग हैं जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।