स्वाभिमानी राकेश। 16वी शताब्दी के गैलीलियो की कहानी लगता है हम 400 साल पहले का जीवन जी रहे हैं इतिहास खुद को दोहरा रहा है- जहां रोमन साम्राज्य था एक देश है जहां से सिकंदर ने आकर अपने देश पर आक्रमण किया था जिसे आज फिर भी कहते हैं वही झुकी हुई मीनार है जिसको देखने के लिए पूरी दुनिया से लोग जाते हैं उसी में 400 साल पहले चर्च का साम्राज्य था मतलब यह कि जो कहे वही सही चर्च कहे सूर्य पश्चिम से उगता है तो वही सही चर्च कहे
कि पानी सुखा होता है तो वही सही
किसी की हिम्मत नहीं जो चर्च के खिलाफ एक शब्द बोल सकें अब तो की मानता था बाइबल में लिखा था सूर्य पृथ्वी के चारों ओर चक्कर काटता है उसी इटली में एक थोड़ा अलग प्रकार का व्यक्ति रहता था बूढ़ा व्यक्ति जिसने अपने सारी उम्र किताबों को पढ़ने में नया-नया सोचने में नया-नया करने में लगा दी जिसके मन में भाव था
मानवता को विज्ञान का मार्ग मिले और प्रकाश का मार्ग मिले, वह 18 घंटे विद्यार्थियों को खगोल विज्ञान के बारे में प्रकृति के बारे में पृथ्वी के बारे में पढ़ता रहता था अपनी बूढ़ी आंखों से खोज करता रहता था उसके बारे में बताता रहता था नाम था उसका गैलीलियो गैलीलियो ने बहुत परिश्रम करके एक दूरबीन बनाई, अब यह दूरबीन थी और गैलिलियो. रात को घंटों बैठ कर वो तारों को देखते रहते. जैसे चकोर चांद को देखता है.
सालोँ यह क्रम चलता रहा. अंत में उसने पाया कि कोपरनिकस की किताब डी रिवोलूशन्स की धारणा सही है.चर्च की बाइबल की गलत पृथ्वी सूरज के चक्कर लगाती है, सूरज पृथ्वी का नहीं. 1632 में उन्होंने किताब लिखी, “Dialogue Concerning the Two Chief World Systems.” 1633 में चर्च जो उस समय ima की तरह या यूं कहें ऐलोपेथी फार्मा लॉबी की तरह ताकतवर था एकदम दाऊद इब्राहिम अतीक अहमद की तरह बाहुबली उसको लगा मेरी बात गलत हो जायेगी अब चर्च ने गैलिलियो को आदेश दिया कि वो अपनी इस बात के लिए सार्वजानिक तौर पर माफ़ी मांगे. गैलिलियो ने दबाव में माफ़ी तो मांग ली.
कहते हैं कि जब गैलिलियो ने माफ़ी मांगी और कहा कि बाइबल सही है सूरज धरती के चारो ओर घूमता है.
अब यूकी चर्च का राज है मीडिया चर्चा का ट्विटर चर्च का फेसबुक और सारी लठैत ताकत भी रोमाम चर्च के पास पर गैलीलियो को पता तो था कि ये सब मूर्ख है उसकी सुनेंगे नही लेकिन मुकदमे से बचने के लिए उन्होंने बुदबुदाते हुए एक वाक्य और कहा, “लेकिन घूमती तो पृथ्वी ही है सूरज के चारो और उनके इस माफीनामे के बावजूद उन्हें जेल में डाल दिया गया.
कि यह बाहर आएगा तो फिर पोल खोलेगा वैज्ञानिल की 8 जनवरी 1642 को 77 साल की उम्र में गैलिलियो की मौत हो गई. गैलीलियो की मौत के 350 साल बाद चर्च की धार्मिक सबसे बड़ी ठेकेदार वेटिकन सिटी ने माफी मांगी की हमारा मुकदमा गलत था खैर आज 5 साल के बच्चे को भी पता है सही क्या है गलत क्या है अब कोई कहे सूर्य घूमता है तो लोग ही लठ मारेंगे और पागलखाने भेज देंगे
पर इस कहानी में आगे ट्विस्ट है आज से 1 साल पहले कोरोना नाम का एक वायरस आया ट्रंप ने और दुनिया के ठेकेदार स्वास्थ्य संगठन ने, सारे डॉक्टरों ने हाइड्रोक्लोरिकविन खिला दी कि रामबाण बहुत अच्छी दवाई है वह भी फेल फिर febiflue खिलाई अब यह फेबिफ्लू बनाई तो थी स्वाइन फ्लू के लिए थी कोरोना में काम करेगी फिर रेमदेसीविर के लिए मारामारी मचाई
फिर कहा कि प्लाज्मा चढ़ा देंगे तो कोरोना मर जाएगा करोना तो मरा नहीं पर जिसने भी हैड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन , febiflue, रेमदेसीविर खाई या प्लाज्मा चढ़वाया वह खुद ही टपक गया फिर कहा कि यह सब तो काम ही नहीं करती अब यहां गैलीलियो की तरह एक 2 कपड़ों में रहने वाले भगवाधारी लंगोटी वाले बाबा जी आते हैं और वह गैलीलियो की तरह सच बता देते हैं कि वायरस तो धरती पर लाखों सालों से हैं बैक्टीरिया वायरस फंगस लाखों सालों तक रहेंगे इनसे बचना है
तो योग करो आयुर्वेद का प्रयोग करो अब आज के गैलीलियो स्वामी रामदेव जी का फार्मूला फ्री का फार्मूला इनको पसंद नहीं आता??
अब आज के चर्च रोमन साम्राज्य के रूप में
फार्मा लॉबी
मेडिकल माफिया
ड्रग माफिया
आई एम ए जैसे लोग है
जिसको हॉस्पिटल का करोड़ों का बिल बनाना है अब क्योंकि उनके पास पैसा है पावर है मीडिया है ट्विटर और फेसबुक है ये उस समय के राजा जैसे अब ड्रग माफिया यह आई एम ए जैसे लोग सब जगह आयुर्वेद की और सच बोलने वाले आधुनिक गैलीलियो के पीछे पागल कुत्तों की तरह दौड़ पड़ते हैं आज आज के गैलीलियो दो भगवा कपड़ों वाले स्वामी रामदेव जी हैं जो लोगों को इस फार्मा माफिया मेडिकल माफिया की लूट से बचाना चाहते हैं जब वह सच बोलते हैं तो सब जगह विरोध किया जाता है बवाल मचाया जाता है
क्यों क्योंकि एलोपैथी मेडिकल माफिया ड्रग माफिया की दुकान बंद हो जाएगी इनकी दुकान कितनी बड़ी है यह मेडिकल माफिया और ड्रग माफिया 100 लाख करोड़ रुपए का कारोबार हर साल करते हैं यह किसी भी देश के स्वास्थ्य मंत्री को किसी भी देश की सरकार को अपनी जेब में रखते हैं
यह चाहे तो किसी भी देश की सरकार को झटके में गिरा सकते हैं मीडिया को करोड़ों रुपए की फंडिंग करने का काम ही करते हैं आइए आप और हम आज के आधुनिक गैलीलियो के साथ खड़े हो योग आयुर्वेद का साथ दें ताकि महामारीओं से, बीमारियों से और फार्मा लॉबी व ड्रग कंपनियों की लूट से इस देश में दुनिया को बचाया जा सके
ऐसा समय आएगा जब लोग कहेंगे क्या एंटीबायोटिक, स्टेरॉइड और यह ड्रग और फार्मा कंपनियों की बनने वाली जितनी भी दवाएं हैं वह जहर हैं आने वाला समय आएगा जब लोग योग आयुर्वेद से पूज्य स्वामी रामदेव जी महाराज जैसे गैलीलियो को याद करके माफी मांगेंगे और कहेंगे कि हम गलत थे
लेकिन उस समय के आने से हले हमें आज के इस गैलीलियो का जो बताने में लगा है कि सच क्या है जो मानवता के लिए जहर ड्रग्स का एंटीबायोटिक का स्टेरॉयड का विरोध कर रहा है ऐसे स्वामी रामदेव का साथ देना है समर्थन देना है क्योंकि कोरोना 1 नही है कोरोना जैसे एक करोड़ वायरस हो सकते हैं और उन सब से बचने का तरीका केवल योग और आयुर्वेद है