प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इसलामिक एजेंडावादी जाकिर नाईक के खिलाफ मुंबई की विशेष अदालत में टेरर फंडिंग के मामले में आरोप पत्र दाखिल किया है। ईडी अभी तक जाकिर नाइक की 193 करोड़ की संपत्ति की पहचान कर चुकी है। इन संपत्तियों का उपयोग टेरर फंडिंग के लिए किया जाता था। इसमें 50 करोड़ 46 लाख रुपये की संपत्ति ईडी ने जब्त कर ली है।
जब्त संपत्ति में म्युचुअल फंड, चेन्नई स्थित इसलामिक इंटरनेशनल स्कूल, मुंबई औ पुणे में 10 फ्लैट, तीन गोदाम, दो बिल्डिंग औ जमीन शामिल है। इसके अलावा 10 बैंक एकाउंट भी जब्त किया गया है। जाकिर नाइक की विदेश में मौजूद संपत्तियों की पहचान भी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका और बंग्लादेश में आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले जाकिर नाइक से ही प्रेरित थे, जिस कारण इन दोनों देशों में जाकिर का पीस टीवी बैन कर दिया गया है। भारत में भी मोदी सरकार ने इसलामिक एजेंडावादी जाकिर नाईक के पीस टीवी को बैन कर रखा है। भगोड़ा जाकिर अभी मलेशिया में रह रहा है।
यह भी जानने वाली बात है कि गांधी परिवार के स्वामित्व वाली राजीव गांधी फाउंडेशन और जाकिर नाइक के बीच 50 लाख की लेन-देन का पूर्व में ही खुलासा हो चुका है। यही नहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह जाकिर के मंच पर जाकर उसे शांतिदूत बता चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए दिग्विजय सिंह की आलोचना भी की थी।