आईएसडी नेटवर्क। पनामा पेपर लीक मामले में पुनः नया मोड़ आया है। अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन को प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को पूछताछ के लिए नई दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय आने के लिए समन जारी किया। समन प्राप्त होने के बाद ऐश्वर्या राय दोपहर में ईडी कार्यालय पहुंची। यहाँ उनसे घंटों तक पनामा पेपर लीक के मामले में पूछताछ की गई।
सन 2016 में ‘पनामा पेपर लीक’ का मामला सामने आया था। ईडी ने अमिताभ बच्चन की 48 वर्षीय बहू से विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत कड़ी पूछताछ की। पनामा पेपर लीक में विश्व के कई नेताओं और प्रसिद्ध व्यक्तियों के नाम सामने आए थे। इन पर आरोप लगाया गया था कि इन्होने देश से बाहर की कंपनियों में गैर क़ानूनी ढंग से पैसा जमा किया था।
बताया जाता है कि पनामा पेपर लीक में करोड़ों की कर चोरी की गई थी। समन मिलने के बाद दोपहर लगभग 1 :30 बजे ऐश्वर्या राय प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में पेश हुईं। सूत्रों के अनुसार जाँच एजेंसी ने ऐश्वर्या राय से विदेशों में सम्पत्ति जमा करने के आरोपों को लेकर उनके बयान लिए हैं। ऐश्वर्या को कुछ समय पूर्व ही समन जारी किया था लेकिन उन्होंने पेश होने के लिए कुछ समय की मांग की थी।
उल्लेखनीय है कि इस प्रकरण में ऐश्वर्या के ससुर अभिनेता अमिताभ बच्चन का नाम भी सामने आ चुका है। एक माह पूर्व प्रवर्तन निदेशालय ने ऐश्वर्या के अभिनेता पति अभिषेक बच्चन ने भी पूछताछ की थी। इस मामले में पूरे बच्चन परिवार से पूछताछ की गई है तो उसका कारण ये है कि अमिताभ बच्चन ने वर्षों पूर्व चार शैल कंपनियां बनाई थी। इन शिपिंग कंपनियों में अभिषेक को डाइरेक्टर बनाया गया था।
सन 2005 में ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड पर स्थित एक कंपनी में ऐश्वर्या राय बच्चन को डाइरेक्टर बनाया गया था। इस कंपनी में ऐश्वर्या के माता-पिता और भाई को भी डाइरेक्टर बनाया गया था। इसके बाद ऐश्वर्या कंपनी में शेयर होल्डर बन गईं थी। इस मामले में बच्चन परिवार पर आरोप है कि टैक्स बचाने के लिए ये शैल कंपनियां बनाई थी। पनामा पेपर लीक में ये जानकारी सामने आई थी कि ये लगभग बीस हज़ार करोड़ की कर चोरी का मामला हो सकता है। उल्लेखनीय है कि पनामा पेपर लीक में लगभग 12000 दस्तावेज ऐसे हैं, जिनमे 500 से अधिक भारतीयों के नाम आए हैं।