आईएसडी नेटवर्क। प्रवर्तन निदेशालय ने सुशांत सिंह राजपूत मामले में पुनः कार्रवाई शुरु कर दी है। शनिवार सुबह इस केस में बड़ा डेवलपमेंट देखने को मिला। सुशांत की एक फिल्म राब्ता को लेकर किये गए 17 करोड़ के लेनदेन को लेकर ईडी ने हंगरी की सरकार से इस सहायता मांगी है।
ईडी ने हंगरी को Letter Rogatory भेजकर सहायता का अनुरोध किया है। Letter Rogatory के जरिये ईडी ने 17 करोड़ के लेनदेन को लेकर प्रमाण मांगे हैं। ईडी को जाँच में पता चला है कि सुशांत सिंह राजपूत को इस फिल्म के लिए दिए गए पारिश्रमिक के डिटेल्स मिल नहीं रहे हैं। इस 17 करोड़ का सुशांत को फिल्म के लिए भुगतान किया गया था।
दूसरे शब्दों में कहा जाए तो ईडी ने हंगरी से इस मामले को लेकर विदेश में न्यायिक जाँच का अनुरोध किया है। सूत्रों के मुताबिक सुशांत सिंह राजपूत को किये गए भुगतान को लेकर एजेंसी फिल्म निर्माता के दिए जवाबों से संतुष्ट नहीं हैं। एजेंसी ने हंगरी से इस लेनदेन में शामिल लोगों और उनके बैंक खातों की जाँच में सहयोग माँगा है।
राब्ता के निर्माता-निर्देशक दिनेश विजान हैं। विगत 14 अक्टूबर को प्रवर्तन निदेशालय ने दिनेश विजान के घर छापा मारकर कागजों की जाँच भी की थी। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने घर पर मृत पाए गए थे और इसके बाद इस संदिग्ध मौत के आर्थिक पहलुओं को लेकर ईडी ने जाँच शुरु की थी। सुशांत की मौत के बाद उनके परिवार ने रिया चक्रवर्ती के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई थी।
इसी एफआईआर के आधार पर ईडी ने अपनी जाँच शुरु की थी। सुशांत के परिवार ने आरोप लगाया था कि सुशांत के बैंक अकाउंट से 15 करोड़ निकालकर किसी अन्य खाते में ट्रांसफर कर दिए गए थे। सुशांत के आर्थिक लेनदेन में विदेशी एंगल जुड़ने के बाद ये केस और उलझता दिखाई दे रहा है। हंगरी से न्यायिक जाँच का अनुरोध और जाँच शुरु होना एक लंबी प्रक्रिया है और इसके परिणाम आने में महीनों का समय लग सकता है।