अर्चना कुमारी । भाजपा ने अपने प्रवक्ता नूपुर शर्मा से तो किनारा कर लिया लेकिन उस के बहाने हिंदुओं को उनकी औकात बताने की कोशिश जारी है। पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में शुक्रवार को देश में कई शहरों में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन हुए। सारे स्थलों पर बिना अनुमति के इस तरह के प्रदर्शन किए गए और आशंका है कि पूरे देश में सोची समझी साजिश के तहत इस तरह के हिंसा और प्रदर्शन हो रहे हैं।
इस मामले में भाजपा द्वारा आनन-फानन में नूपुर शर्मा की पार्टी से बर्खास्तगी तथा राज्य सरकारों द्वारा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ ठोस एक्शन नहीं किए जाने के चलते मुस्लिम लोग लगातार विभिन्न थानों में नूपुर शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा रहे हैं और उनकी मांग है कि नूपुर शर्मा को गिरफ्तार किए जाने के बाद फांसी दे दी जाए । दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के नाम पर नूपुर शर्मा को दो सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराएं हैं, जिसकी वजह से उनके जान-माल पर खतरा बरकरार है।
शुक्रवार को नूपुर शर्मा के खिलाफ कुछ जगहों पर नमाजियों ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिसके जवाब में सुरक्षा बलों को कुछ स्थानों पर लाठी चार्ज करने, आंसू गैस के गोले छोड़ने तथा हवा में गोलियां चलानी पड़ी। जम्मू और रांची में तो कर्फ्यू लगाना पड़ा । दोनों स्थलों पर नारेबाजी कर रहे एवं हाथों में तख्तियां लिए प्रदर्शनकारियों ने नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी की मांग की और इसके बाद हिंसा करना शुरू कर दिया। प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों को बिरयानी खिलाने के लिए जमा किया गया और इसके बाद इन लोगों ने अचानक पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ और सहारनपुर आदि शहरों में बवाल के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को आदेश दिया है कि जहां-जहां शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश हो रही है, वहां कड़ी कार्रवाई की जाए। इस बीच हिंदू सेना नूपुर शर्मा के समर्थन में शनिवार को दिल्ली में मार्च निकालेगी। हिंदू सेना के अनुसार यह मार्च 11 जून 2022 को शाम 5 बजे निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन से शुरू होगा और लक्ष्मीनगर मेट्रो स्टेशन पर खत्म होगा।