कठुआ बलात्कार मामले में कांग्रेस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के एजेंट का नाम आता है, और मीडिया उसे दबा जाती है। अपने ‘गुलाम’ से इस बारे में पूछताछ करने की जगह उसका मालिक राहुल गांधी बलात्कार के विरोध में गुरुवार की रात इंडिया गेट पर कैंडल मार्च करते हैं और मीडिया बिछ जाती है! कांग्रेस के शासनकाल में यूपीए सरकार के साथ मिलकर बड़े-बड़े घोटाले को अंजाम देने वाले पत्रकार झुंड बांध कर हिंदुओं, राष्ट्रवादियों पर हमलावर हो उठते हैं! क्या अब भी संदेह के लिए कुछ रह जाता है?
कठुआ रेप केस: हिंदुओं के प्रति कांग्रेस, वामपंथी और मीडिया की साजिश को पहचानिए!
जम्मू कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ रेप के बाद हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह खुद इस घटना का संज्ञान लेगा। इसके लिए कोर्ट ने मामले से जुड़े सभी दस्तावेजों को पेश करने की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट ने लिखित में यह उल्लेख किया है कि जम्मू के वकीलों ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर करने से रोका। इसके अलावा उन्होंने पीडि़ता के परिवार का प्रतिनिधित्व कर रही वकील को भी धमकाया था।
बता दें कि इस मामले में क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट दायर कर दी है लेकिन जम्मू और कश्मीर के वकील कानूनी कार्यवाही नहीं होने दे रहे हैं। वकील पीवी दिनेश ने सुप्रीम कोर्ट में जम्मू और कश्मीर के वकीलों का उल्लेख किया है जो कठुआ बलात्कार के मामले में कार्यवाही को रोक रहे हैं। पीवी दिनेश की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया, जम्मू और कश्मीर बार एसोसिएशन, जम्मू हाईकोर्ट बार एसोसिएशन और कठुआ बार एसोसिएशन को नोटिस भेजा है। उन्हें यह नोटिस इसलिए भेजा गया है क्योंकि वकील कथित तौर पर चार्जशीट को दायर होने से रोक रहे थे।
गुरुवार को आसिफा का केस लड़ रही वकील दीपिका एस राजावत ने कहा था- जम्मू-कश्मीर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएस सलाठिया मुझे जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट में मिले और धमकाया कि केस मत लड़ो। अब वह झूठ बोल रहे हैं कि मैंने हाथ जोड़कर अपील की। आज मेरी नजरों में उनकी कोई इज्जत नहीं बची है।
और आप जानते हैं कि बी.एस सलाठिया कौन हैं? भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी ने एक प्रेसवार्ता कर बताया, ‘जम्मू-कश्मीर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बी एस सलाथिया चुनाव में गुलाम नबी आजाद के पोलिंग एजेंट थे, इससे पता चलता है कि वहां किस प्रकार की घृणात्मक राजनीति चल रही है। वहां की बार एसोसिएशन के प्रेजिडेंट सलाथिया जी एक तरफ तो न्याय की बात करते हैं दूसरी तरफ हाई कोर्ट को बंद करने की बात कर रहे है।’
अब देखिए, प्रेस वार्ता में बताने के बावजूद किसी पत्रकार या न्यूज चैनल ने इस बारे में आपको कुछ बताया? लेकिन राहुल गांधी की ब्रांडिंग देखिए, सारे पत्रकार व चैनल बिछे पड़े हैं! हिंदुओं पर इनके हमले के ट्वीट तो देखिए…..
Like millions of Indians my heart hurts tonight. India simply cannot continue to treat its women the way it does.
Join me in a silent, peaceful, candlelight vigil at India Gate at midnight tonight to protest this violence and demand justice.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 12, 2018
You see their plan, first shout 'minority minority', then 'Dalit Dalit', and now 'women women' and then try to somehow fix blame of state issues on the centre. All this while ignoring the strict action being taken by state govts: Meenakshi Lekhi,BJP pic.twitter.com/mR98YPQN1z
— ANI (@ANI) April 13, 2018
How can people be so drugged on hatred, so hypnotised by toxic ideology, so frenzied in their blind fury that they cannot see the sheer inhumanity of making a CHILD the target of their communal fantasy? What kind of monsters would target her? #JusticeforAshifa
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) April 11, 2018
Appreciate Mr. @RahulGandhi's initiative. However, we also expect him to take strong action against Congress leaders who are supporting the Hindu Ekta Manch. Congress leaders were present in the Tiranga march & also supported Jammu Bandh!!#JusticeForAshifa #JusticeForAsifa https://t.co/rBdPPx4qXa
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) April 12, 2018
Rahul Gandhi,thank you for your march (3months too late) where your slogans were chanted though it was for #JusticeForAshifa – now Walk the Talk & act against those from our party who stood with rapists – proof below: Pankaj Basotra,Romi Sharma,Kant Kumar,BS Salathia,Yakesh Singh pic.twitter.com/aRVUlUBjee
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) April 13, 2018
Delhi High Court today issued notice to some media houses on the publication of the identity of 8 year old minor girl(#KathuaCase victim). Court termed it as violation section 228A to E. Court took suo moto cognizance of the issue
— ANI (@ANI) April 13, 2018
एक-एक के ट्वीट को ध्यान से पढ़िए और सोचिए कि हिंदुओं से नफरत करने वाली कितनी बड़ी इंडस्ट्रीज खड़ी हो चुकी है! pic.twitter.com/NUWzpeEZ1R
— Sandeep Deo (@sdeo76) April 13, 2018
. @MehboobaMufti -as CM you should sack the two BJP ministers who shared stage with the Hindu Ekta Manch that defended Asifa's rapists @RahulGandhi must do same with Ravinder Sharma & dissociate publicly from B.L Slathia #JusticeForAshifa – My WaPO piece https://t.co/BY18ce1LWN
— barkha dutt (@BDUTT) April 12, 2018
#JusticeForAshifa An 8 year-old girl is brutally tortured – eloctrocuted, gang raped and killed in Kathua, Jammu. Police make arrests. But Hindu Ekta Manch defends the accused, mobilizes lawyers who physically block filing of chargesheet for 6 hours! Shame!
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) April 10, 2018
URL: Fair probe done in kathua rape case-1
Keywords: Trojan Horse, Jammu and Kashmi ,Kathua Case, Asifa Rape case, Asifa gangrape, Alan Kurdi, Kathua, आसिफा रेप केस, जम्मू, कठुआ रेप कांड
तुम लोग यह याद रखो
मोदी के साथ मिल कर जिस तरह गरीबो कक लूट रहे हो न ?उस गरीब की हाय लगेगी तो एक दिन कोई पानी भी नही पूछेगा ऐसी मौत मरोगे ये याद रखना।