छत्तीसगढ़ की एक कृषक महिला चंद्रमणि कांसी ने एबीपी न्यूज और उसके एंकर पुण्य प्रसून वाजपेयी झूठा करार दिया है! चंद्रमणि कांसी ने बताया कि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया था कि सीताफल के पल्प निकालने से उनकी आमदनी दोगुनी हुई है, और यही सच है। लेकिन ABP न्यूज वाले धान की खेती बताकर मेरे नाम से झूठ परोस रहे हैं। मेरी आमदनी धान से नहीं सीताफल की पल्प प्रोसेसिंग से दोगुनी हुई है, यही मैंने PM को बताया था और यही एएबीपी न्यूज वाले को बताया था। उन्होंने मेरी बात को तोड़ कर परोसा और जनता को झूठ बताया। यह प्रधानमंत्री मोदी की योजनाओं के कारण ही है। चंद्रमणि कांसी ने एबीपी न्यूज और पुण्य प्रसून वाजपेयी द्वारा फैलाए जा रहे झूठ को पूरी तरह से बकवास करार दिया है। ‘क्रांतिकारी पत्रकार’ की ‘भ्रांतिकारी पत्रकारिता’ की पोल एक ग्रामीण महिला ने खोल कर रख दी! ये बेशर्म आखिर कब सुधरेंगे?
ज्ञात हो कि एबीपी न्यूज और पुण्य प्रसून की इस फेक स्टोरी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी पर हमला किया था। ऐसा लगता है कि राहुल गांधी के पक्ष में फेक न्यूज करने का ठेका शायद एबीपी न्यूज और पुण्य प्रसून ने उठा रखा है? सवाल उठता है कि मोदी विरोधी मीडिया आखिर किसानों को खुश देखकर तथा उन्हें उचित मूल्य मिलता देखकर इतना परेशान क्यों है?
कुछ टीवी न्यूज चैनलों और उसके एंकरों को मुगालता हो गया है कि उसकी परोसी गई फेक स्टोरी को लोग वैसे ही ले रहे हैं जैसा वह दिखाने की कोशिश में लगे हैं। जिस जनता को पुण्य प्रसून वाजपेयी जैसे एंकर और पत्रकार मूर्ख समझ कर मोदी विरोध के अतिरेक में झूठी खबर परोसते आ रहे हैं, वही जनता आज सोशल मीडिया के माध्यम से सशक्त होकर उनके मुंह पर थू-थू कर रही है। छत्तीसगढ़ की कृषक महिला चंद्रमणि कांसी ने सच सामने लाकर यही किया है।
मुख्य बिंदु
* वाजपेयी ने एबीपी चैनल पर फेक स्टोरी चलकार मोदी पर लगाया था प्वाइंट स्कोर करने का आरोप
* वीडियो में साफ है कि न चंद्रमणि झूठ बोल रही हैं न ही मोदी ने उनसे कुछ कहलवाने की कोशिश की है
* मोदी ने हाल ही में ऑनलाइन देश के किसानों से सीधी बातचीत की थी और उनके हालात का जायजा लिया था
पुण्य प्रसून वाजपेयी ने एबीपी न्यूज चैनल पर इससे संबंधित स्टोरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर छत्तीसगढ़ के कांकेड़ जिला निवासी चंद्रमणि कांसी की सफलता की कहानी को अपने पक्ष में दिखाने का आरोप लगाया है। जबकि चंद्रमणि ने पुण्य प्रसून वाजपेयी की रिपोर्ट को झूठा और बकवास बताया है। उसने चैनल के एंकर पर उनके शब्दों को तोड़ने और अपने हित के हिसाब से उपयोग करने का आरोप लगाया है।
चंद्रमणि कांसी के साथ मोदी की जिस ऑनलाइन बातचीत की बात पुण्य प्रसून वाजपेयी ने अपनी रिपोर्ट में उठाई है उसी वीडियो में चंद्रमणि ने स्पष्ट कहा है कि धान की फसल से शिफ्ट कर सीताफल उगाने और उसकी पल्प प्रासेसिंग से उनकी आय दोगुनी हुई है। प्रधानमंत्री से बातचीत वह धान की फसल से हुए नुकसान की पीड़ा से ही शुरू करती है, और फिर अपनी बढ़ी हुई आमदनी की बात करती है। इस पूरी बातचीत में मोदी ने आखिर कहां और कब चंद्रमणि की इस उपलब्धि को अपने हित में प्रयोग किया है, पुण्य प्रसून और एबीपी बताए?
साल 2022 तक किसानों की आय दो गुनी कर पिछड़े कृषि क्षेत्र को राहत देना मोदी सरकार की केंद्रीय परियोजनाओं में से एक महत्वपूर्ण योजना है। जबकि मीडिया का एक हिस्सा इसे धता बनाने पर तुला है। तभी तो जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी से चंद्रमणि की बात खत्म हुई कुछ चैनलों और एंकरों का षड्यंत्र शुरू हो गया। इसलिए उनलोगों ने कांसा का उनके घर कांकेड़ तक पीछा किया।
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता का काम है सच्चाई सामने लाना न कि सच्चाई को तोड़ना-मरोड़ना। निजी स्वार्थ के लिए श्रीमती चन्द्रमणि जैसे मेहनतकश किसानों को हतोत्साहित करना क्या @abpnewstv जैसे राष्ट्रीय चैनल को शोभा देता है? #UnfortunateJournalism pic.twitter.com/4bUsQccsJi
— Dr Raman Singh (@drramansingh) July 9, 2018
इतना ही नहीं एबीपी ने तो अपनी स्टोरी में यह साबित करने का प्रयास किया कि चंद्रमणि पर दबाव डालकर ऐसा बुलवाया गया है। उसने अपनी स्टोरी में प्रधानमंत्री से बातचीत करने के लिए चंद्रमणि को प्रशिक्षित भी करवा दिया है। इसके लिए उसने दिल्ली से भी अधिकारी भिजवा दिया है। ये सब चंद्रमणि से झूठी आय कहलवाने के लिए किया गया।
जब कि कांसी का कहना है कि उन्होंने एबीपी चैनल के रिपोर्टर को बस इतना कहा कि जब मुझसे पूछा गया कि क्या आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत कर पाएंगी तो मैंने कहा हां। उन्होंने उससे एक बार भी झूठ बोलने के लिए दबाव नहीं डाला या फिर यह नहीं कहा कि आप ऐसे बोलें! उन्होंने बड़ी ईमानदारी से कहा है कि उन्होंने मोदी से कहा कि धान की खेती लाभदायक नहीं है। लेकिन इतनी सी बातचीत को मोदी की कृषि नीति की विफलता से लेकर प्रधानमंत्री पर झूठ बोलने तक का आरोप लगा दिया गया।
एबीपी की वीडियो शेयर कर फिर फंसे राहुल
ये बात तो पहले भी कई बार साबित हो चुकी है कि मोदी पर साधा गया निशाना राहुल पर उलटा पड़ता है। फिर भी राहुल गांधी है की बाज नहीं आते। एक बार फिर उन्होंने फेक स्ट्रोक एबीपी न्यूज चैनल पर चलाए वीडियो शेयर कर मोदी पर जो तंज कसा है वह भी उलटा ही पड़ गया। क्योंकि मोदी अपने मन की ही नहीं कहते, दूसरों के मन की सुनते भी हैं। यह बात खुद चंद्रमणि ने एबीपी की खबर को बकवास बता कर साबित कर दिया है। गौर हो कि मोदी पर तंज कसते हुए राहुल ने कहा है मोदी अपने मन की कहते हैं यह तो सबको पता है लेकिन एबीपी की स्टोरी से यह साबित हो गया है कि मोदी अपने मन की सुनते भी है। सच्चाई ये है कि राहुल गांधी इस दुनिया में रहते ही नहीं वह तो हमेशा अपनी ही दुनिया में रहते हैं, जहां न सच पहुंच पाता है न ही सच पहुंचाने वाले।
कांग्रेस को कुछ नहीं मिल रहा तो वह अफवाहों के सहारे तथ्यों को तोड़ मरोड़ रही है। एक महिला ने आय दोगुनी होने की बात कही तो कांग्रेस ने इसे गलत ढंग से प्रचारित किया। लेकिन अब सच सबके सामने है। सुनिए खुद महिला की जुबानी- pic.twitter.com/oznGUmN7nn
— Ram Kripal Yadav (@ramkripalmp) July 9, 2018
URL: farmer woman rubbishes punya prasun bajpai reports that suggested pm modi used her to score points
Keywords: pm modi, farmer woman, punya prasun bajpai , abp news, fake media report, modi online talk, प्रधानमन्त्री मोदी, किसान महिला, पुण्य प्रसून बाजपेयी, एबीपी समाचार, नकली मीडिया रिपोर्ट, मोदी ऑनलाइन बात,