अवधेश कुमार मिश्र। जिस प्रकार पाकिस्तान के बचाव में और देश के विरोध में कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला का बयान आता रहा है उसे देखते हुए यही कहा जा सकता है कि वे या तो अपनी चाल बदले या फिर देश छोड़ें। आखिर उनकी खुराफात देश कब तक झेलता रहेगा। जहां जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ की गई सैनिक कार्रवाई के विरोध में पाकिस्तानी खिलाड़ी शाहिद अफरीदी के ट्वीट के खिलाफ बाढ़ सी आ गई है वहीं फारूख अब्दुल्ला ने अफरीदी का बचाव करते हुए देश की सेना को ही दोषी ठहरा दिया है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर देश की सेना का अपमान करना कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
मुख्य बिंदु
* शाहिद अफरीदी के बजाव में उतरे फारूख अब्दुल्ला ने सेना पर ही लगा दिया आरोप
*फारूख अब्दुल्ला ने सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए आतंकियों को बताया निर्दोश कश्मिरी
* फारूख अब्दुल्ला की गलत बयानी पर भारत सरकार को करनी चाहिए त्वरित कार्रवाई
अफरीदी के समर्थन में उतरे फारूख अब्दुल्ला ने न सिर्फ उसके ट्वीट को उचित ठहराया है बल्कि भारतीय सेना को भी कठघड़े में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा है कि मारे गए आतंकियों की सभी ने निंदा की है। इसलिए सेना द्वारा की जा रही हत्याएं रोकी जानी चाहिए। उन्होंने सेना पर निर्दोषों की हत्या करने का आरोप लगाया है। इस प्रकार फारूख अब्दुल्ला ने न केवल शाहिद अफरीदी का बचाव किया है बल्कि आतंकियों को मार गिनारे के लिए अपने ही सुरक्षाबलों की निंदा की है।
यह भी पढ़ें:
अफरीदी नो बॉल पर मिले विकेट का जश्न मना रहे हैं : गौतम गंभीर
ऐसा नहीं है कि फारूख अब्दुला पहली बार देश के खिलाफ, सेना के खिलाफ या फिर सुरक्षाबलों के खिलाफ बयान दिए हों। वे जब भी संवैधानिक पद से परे होते हैं उनका पाकिस्तान प्रेम उमर उठता है। भारत विरोधी बयान देने में उन्हें थोड़ा भी संकोच नहीं होता है। कश्मीर के मामले में भी वे विवादित बयान दे चुके हैं। पाक अधिकृत कश्मीर नहीं लिया जा सकता है, पाकिस्तान ने कोई चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं! पाकिस्तान भी परमाणु बम से लैश देश है वह भी मजा चखा सकता है आदि जैसे बयान से अपने सुरक्षाबलों को नैतिक रूप से कमजोर करने का काम करते रहे हैं। केंद्र सरकार को उनके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।
URL: Farooq Abdullah backs Shahid Afridi tweet and blames security forces
Farooq Abdullah, shahid afridi tweet, Kashmir tweet, security forces, शाहिद अफरीदी, फारूख अब्दुल्ला