अर्चना कुमारी । शाहीन बाग ड्रग्स कनेक्शन मामले में पांचवी गिरफ्तारी की गई । शमीम नामक आरोपी एक हवाला कारोबारी है और उसे पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके से पकड़ा गया । पूछताछ में पता चला कि शमीम के दुबई और कई दूसरी जगहों में भी सीधे संपर्क थे। शमीम हेरोइन से होने वाली कमाई का पैसा हवाला के जरिए विदेश भेजता था और वह दुबई में बैठे क्रिकेट के मास्टरमाइंड शाहिद के भी संपर्क में था।
इसके अलावा गुजरात एटीएस ने इस मामले में ड्रग्स की एक और बड़ी खेप की जप्त की है । गुजरात एटीएस का साथ दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने दिया । शाहीन बाग ड्रग्स केस में शाहीन बाग से पकड़े गए ड्रग तस्कर हैदर के उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर स्थित किदवई नगर ठिकाने से 150 किलो से ज्यादा और हेरोइन बरामद की गई है।
इस हेरोइन की कीमत करीब 900 करोड़ रुपये बताई जा रही है। गौरतलब हो कि इस रैकेट में तालिबानी कनेक्शन सामने आया है क्योंकि मामले से जुड़े दो अफगानी तस्करों को भी पकड़ा गया है। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया है कि वह तालिबानी कमांडर के संपर्क में रहने वाले शाहिद के साथ मिलकर ड्रग्स तस्करी करते थे।
इस रैकेट का खुलासा तब किया गया था जब हैदर को दिल्ली एनसीबी ने शाहीन बाग के एक घर से पकड़ा था तब उसके शाहीन बाग के घर से 300 करोड़ रुपये कीमत की 50 किलोग्राम हेरोइन, 30 लाख रुपये कैश और 47 किलो दूसरे नशीले पदार्थ बरामद हुए थे। इसी कड़ी में आगे जांच पड़ताल के बाद पुख्ता जानकारी के आधार पर दिल्ली के भोगल से दो अफगानी तस्कर तथा उत्तर प्रदेश से एक आरोपी को पकड़ा गया था।
अब इस मामले में गुजरात एटीएस ने हैदर के मुजफ्फरनगर स्थित घर के पास एक पड़ोसी के घर में छापेमारी कर 150 किलो हेरोइन बरामद की है। इस मामले में गुजरात एटीएस जल्द ही एनसीबी से हैदर की कस्टडी हासिल कर उससे पूछताछ करेगी जिसके बार और भी कई अहम जानकारिया सामने आ सकती है।
इस गिरोह का कनेक्शन अटारी बॉर्डर तथा गुजरात से लेकर उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली तक है। सूत्रों का दावा है कि हेरोइन अफगानिस्तान और कैश हवाला के जरिए आया था। आरोपियों ने खुलासा किया कि बरामद हेरोइन समुद्री और बॉर्डर के रास्ते से लाई गई थी जबकि हेरोइन को फ्लिपकार्ट की पैकिंग में पैक कर लाया जाता था।
इसके तार इंडो-अफगान सिंडिकेट से हैं और गिरोह के सदस्य बरामद हेरोइन पंजाब, गुजरात, यूपी, दिल्ली और हरियाणा में सप्लाई करते थे। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय तथा एनआईए भी जांच का हिस्सा बन गई है और दोनों एजेंसी चाहती है कि इसके पीछे और कौन कौन लोग जुड़े हुए हैं इसका पर्दाफाश होना जरूरी है।