आईएसडी नेटवर्क। दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग और बॉलीवुड का भाषाई विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुदीप किच्चा, अजय देवगन, सोनू निगम और चिरंजीवी के बाद तेलुगु फिल्मों के सुपर स्टार महेश बाबू भी इस लड़ाई में कूद पड़े हैं। इस विवाद को और हवा देते हुए उन्होंने कहा है कि बॉलीवुड उन्हें अफोर्ड नहीं कर सकता है। इसके बाद वार और पलटवार में तेज़ी आ गई है।
महेश बाबू अपनी फिल्म मेजर के ट्रेलर के दौरान मीडिया से मुखातिब हुए थे। उनसे पूछा गया कि क्या वे बॉलीवुड की फिल्मों में अभिनय करेंगे। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि बॉलीवुड उन्हें अफोर्ड नहीं कर सकता। महेश ने ये भी कहा कि वे हिन्दी फिल्मों में काम कर अपना समय बर्बाद करना नहीं चाहेंगे। उल्लेखनीय है कि महेश बाबू प्रभास के बाद टॉलीवुड में सबसे अधिक फीस पाने वाले अभिनेता हैं।
प्रभास हर फिल्म के लिए 100 करोड़ की फीस लेते हैं और महेश बाबू की प्रति फिल्म फीस लगभग 80 करोड़ है। जैसे ही ये बयान मीडिया के माध्यम से बाहर आया, बवाल मच गया। सोशल मीडिया पर बॉलीवुड समर्थकों ने महेश बाबू को ट्रोल करना शुरु कर दिया। बाद में महेश बाबू ने स्पष्ट किया कि मेरे कहने का गलत मतलब निकाला गया है।
महेश बाबू ने कहा कि उनके कहने का मतलब है कि वे हिन्दी के लिए तेलुगु सिनेमा को कभी नहीं छोड़ेंगे। तेलुगु अभिनेता ने ये भी कहा कि वे तेलुगु सिनेमा को संपूर्ण भारत तक पहुँचते देखना चाहते हैं। हाल ही में खबर आई थी कि वे जल्द ही विख्यात फिल्म निर्देशक एस.एस. राजामौली के साथ मिलकर नई फिल्म शुरु कर सकते हैं। महेश बाबू की कुल संपत्ति 250 करोड़ से अधिक आंकी जाती है। वे फिल्मों से प्राप्त आय को गरीब बच्चों की भलाई के लिए भी खर्च करते हैं। इसी कारण उनकी ऑफ स्क्रीन छवि भी बहुत अच्छी है।