राजस्थान के करौली में एक पुजारी को जिंदा जला दिए जाने के मामले में जांच को लेकर राजस्थान सरकार बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। पुजारी के परिवार को इंसाफ मिलना तो दूर, कुछ इसी तरह अलवर में भी एक बुजुर्ग को पत्थरों से पीट-पीट कर मार डाला गया । इस तरह की घटनाओं को लेकर कांग्रेस के अशोक गहलोत सरकार के मंत्री कहते है ऐसी छोटी मोटी घटनाएं होती रहती हैं।
राजस्थान के कांग्रेस सरकार के वरिष्ठ मंत्री हैं बी डी कल्ला। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खासमखास यह मंत्री आज कानून व्यवस्था की तुलना पिछली सरकार से करते नजर आते हैं और साथ ही यह भी कहते हैं कि छोटी-मोटी घटनाएं हो जाती हैं।
मंगलवार को मंत्री बीडी कल्ला से जब प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी के राज में कानून व्यवस्था की बदतर स्थिति थी जबकि राजस्थान देश का क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा राज्य है, जहां छोटी मोटी घटनाएं हो जाती हैं।
कल्ला यहीं नहीं रुके और कहा यूपी और राजस्थान में यह फर्क है कि यूपी में घटनाएं हो जाती हैं तो अपराधियों को संरक्षण मिलता है, जबकि राजस्थान में अपराधियों को जेल की सलाखों में डाला जाता है। जबकि सच्चाई यह है की पुजारी की हत्या में शामिल अभी कई आरोपी खुल्ला घूम रहे हैं क्योंकि उन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है।
दबी जुबान ही सही प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि समाज के अंदर जो असहिष्णुता इन दिनों आई है, यह गंभीर विषय है और इस स्थिति से हर कोई चिंतित है।
इस बीच जिले के सपोटरा के बूकना गांव में पुजारी को पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाकर हत्या करने के मामले को लेकर सीआईडी सीबी की टीम लगातार दूसरे दिन गांव पहुंची तथा टीम ने मंगलवार को भी घटना से संबधित साक्ष्य जुटाए। इसके अलावा परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ कर घटनाक्रम की जांच की जहां सपोटरा के बूकना गांव में 7 अक्टूबर को जमीनी विवाद के चलते गांव के दबंगों ने पुजारी बाबू वैष्णव पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी। जिसके बाद पुजारी को सपोटरा के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया और गंभीर हालात में पुजारी को जयपुर रेफर कर दिया गया।
बाद में पुजारी की 8 अक्टूबर को उपचार के दौरान मौत हो गई थी। राजस्थान पुलिस का कहना है कि करौली में पुजारी हत्याकांड मामले में अब तक मुख्य आरोपी सहित एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और दोनों आरोपियों को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से न्यायालय ने दोनों को जेल भेजने के आदेश दिए । राजस्थान पुलिस का दावा है कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी चल रही है।
इस घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान अध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बताएं कि प्रदेश में मंदिर की कितनी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए राज्य सरकार क्या उपाय कर रही है।