अर्चना कुमारी । हिंदू स्थल भारत को गजवा ए हिंद बनाने की तैयारी काफी पहले प्रारंभ हो चुकी है और इसके लिए स्लीपर सेल रात दिन जुटे हुए हैं। इस मिशन को सपोर्ट राजनीतिक तौर पर भी मिलता रहा है और गजवा ए हिंद के हिमायती भारत की हर एक कोने और क्षेत्र में पाए जाते हैं। लोकतंत्र की जननी जन्मस्थली बिहार से इस मिशन को संचालित किए जाने वाले मॉड्यूल की अब तक 7 संदिग्धों को पकड़ा गया है, जबकि कई दर्जन आतंकी की तलाश है।
हैरत की बात यह है कि मिशन इस्लामिक स्टेट 2047 में प्रबुद्ध वर्ग के लोग शामिल है और इसमें बिजनेसमैन, कॉलेज कर्मचारी, तथा पुलिस कर्मी आदि शामिल है। पटना के फुलवारी शरीफ इसका प्रमुख अड्डा है। पूर्व में दबोचे गए जलालुद्दीन अतहर और अरमान मलिक की गिरफ्तारी के बाद दानिश और शमीम अख्तर को पकड़ा गया जबकि ताहिर अहमद, शब्बिर मलिक, और इलियास ताहिर उर्फ मगरूब को भी गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों का कहना है कि इन लोगों का कनेक्शन पाकिस्तान और बांग्लादेश से था जबकि कई शहरों में इसकी ब्रांच ऑफिस खुल चुके थे। पुलिस सूत्रों का कहना है कि व्हाट्सएप पर गजवा-ए-हिंद ग्रुप बनाकर पाकिस्तान के कई लोगों को ग्रुप में रखा गया था और इसका प्रचार-प्रसार बहुत जोरों से किया जा रहा था। ये सभी अपनी पहचान छिपाकर देश विरोधी मुहिम में लगे थे और सभी स्लीपर सेल मुस्लिम लोगों को अपने ट्रेनिंग सेंटर पर लाते थे ।
इस मॉड्यूल के स्लीपर सेल समय-समय पर मीटिंग कर रहे थे और इन लोगों की योजना पूरे भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना था। सूत्रों का दावा है कि इन लोगों के कब्जे से 25 पर्चा और उर्दू में लिखा 3050 देश विरोधी संदेश बरामद हुए जबकि सफेद रंग के प्लास्टिक के झूले में 49 कपड़े का झंडा लाल हरा और सफेद तथा झंडे पर नीला तारा बना हुआ मिला।
पटना पुलिस का कहना है कि पीएफआई संगठन को विस्तार में लगा हुआ था, इसके लिए सारण, मुजफ्फरपुर, कटिहार, दरभंगा और मिथिलांचल आदि जगहों पर अलग-अलग लोगों को संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गई थी। सूत्रों का दावा है कि इस रैकेट से जुड़े कई लोग हैं जो भूमिगत हो गए हैं और वह ऐसे लोगों में जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है,
उनमें रियाज मॉरिफ, सनाउल्लाह, तौसिफ, महबूब आलम, एहसान परवेज, मो. सलमान, मो. रसलान (सचिव, बिहार-बंगाल ), महबूब-ऊर-रहमान, इम्तियाज दाऊद, महबूब अलम, खलीकुर जमा, मो. अमीन आलम (टीचर ट्रेनिंग कॉलेज गोनपुरा फुलवारीशरीफ के कर्मचारी), जिशान अहमद, रियाज अहमद, मंजर परवेज, नुरुद्दीन जंगी ऊर्फ एडवोकेट नुरुद्दीन, मो. रियाज , राष्ट्रीय नेता), मो. अंसारुल हक (मिथिलांचल यूनिट का निदेशक प्रभारी), मंजहरुल इस्लाम, अब्दुर्रहमान, मो. मुस्तकिन, अरमान मलिक, परवेज आलम इत्यादि शामिल हैं