अच्छी सरकार के बिन मुश्किल है, हिंदू का जीवित बचना ;
आतंकी , बर्बर , हत्यारे , कितना आसान गले कटना ?
कायर,कमजोर,नपुंसक नेता , उल्टे इनको संरक्षण देता ;
हाथ बांध रखे हैं पुलिस के , उनमें भी गुंडों को भरता ।
जल्दी ही वो दिन आयेगा , गुंडा पूरा छा जायेगा ;
भले – लोग न जी पायेंगे , ऐसा अंधकार छायेगा ।
मुश्किल से दो-वर्ष बचे हैं , निर्णय का दिन आ जायेगा ;
या तो हिंदू – धर्म बचेगा या इतिहास में रह जायेगा ।
झूठे इतिहास की यही है साजिश,हिंदू अब तो आंखें खोलो;
मंदिर पर सरकारी-कब्जा , हिंदू ! अब तो हल्ला बोलो ।
लाखों-वर्ष प्राचीन-संस्कृति , क्या यूँ ही मिट जाने दोगे ?
अब्बासी-हिंदू-नेता के कारण , इसे नष्ट हो जाने दोगे ।
तेरे रक्षक बने हैं भक्षक , सब के सब अब्बासी – हिंदू ;
इसके लगुवे-भगुवे जितने हैं , सब के सब सरकारी – हिंदू ।
ये कलंक हैं हिंदू – धर्म के , चरित्रहीन मक्कार हैं ;
धर्म – सनातन के जो दुश्मन , सब के सब गद्दार हैं ।
हिंदू को धोखा देने को , बगुला – भगत ये बनते हैं ;
मुँह में राम से धोखा देते , तेरे लिये छुरी रखते हैं ।
हिंदू-धर्म को बचना होगा , अब्बासी-हिंदू को जानना होगा ;
टीवी-मीडिया पर इसका कब्जा,झूठे प्रचार से बचना होगा ।
हिंदू ! अच्छी तरह से समझो , अब्बासी-हिंदू तेरी मौत है ;
जिसको गलती से जीवन समझा , वो तो मीठी-मौत है ।
अब तो हिंदू तभी बचेगा , जब अच्छी सरकार हो ;
परम – साहसी , कट्टर – हिंदू की , सर्वश्रेष्ठ – सरकार हो ।
ऐसा केवल एक ही दल है , “रामराज्य” सा शासन पाओ ;
इकजुट-जम्मू , इकजुट-हिंदू , इकजुट-भारत ले आओ ।
हिंदू-रक्षा का यही मार्ग है , शांतिपूर्ण सत्ता परिवर्तन ;
भारतवर्ष भी तभी बचेगा , “इकजुट-भारत” का शासन ।
अच्छी सरकार है परमावश्यक,इसका कोई विकल्प नहीं है;
“इकजुट-भारत” को सत्ता देना , हिंदू का संकल्प यही है ।
धर्म की रक्षा , राष्ट्र की रक्षा , देश की रक्षा तब ही संभव ;
जब हो अच्छी सरकार हमारी,समझो कुछ भी नहीं असंभव
हिंदू ये सब पा सकता है , केवल अच्छी सरकार बनाओ ;
अब्बासी – हिंदू को हराकर , “इकजुट-भारत” ले आओ ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”,रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”