विकास प्रीतम। GST का विरोध कर रहे और इसके लागू हो जाने के बाद देश में व्यापर-धंधे के चौपट होने की भविष्यवाणी करने वाले लोगों का अब मुंह छुपाने का समय आ गया है जबकि इसके लागू होने के एक महीने बाद ही सरकार को 92,283 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। वह भी तब जबकि अभी कुल पंजीकृत करदाताओं में से महज 64 फीसदी ने ही अपना रिटर्न दाखिल किया है।
वर्तमान व्यवस्थाओं को चलाते सरकार के लिए आसान था कि वह लोक-लुभावने वादे और घोषणाएं करती रहती। इससे मुमकिन था कि पार्टी को राजनीतिक लाभ भी मिल जाता लेकिन लॉन्ग टर्म में देश की अर्थव्यवस्था बर्बादी की कगार पर पहुँच जाती लेकिन प्रधानमंत्री श्री मोदी ने राजनीतिक नफा-नुकसान से बेपरवाह होकर सिर्फ देश की परवाह की और सुनियोजित तरीके से जीएसटी को लागू किया,जिसके सुपरिणाम देश के सामने हैं।