अर्चना कुमारी, दिल्ली। हरे टिड्डे जनसंख्या के मामले में सबसे आगे बढ़ते चले जा रहे है और कोई भी छोटा बड़ा काम करने में शर्म महसूस नहीं करते। रेप ,लूट और डकैती के आंकड़े देखें तो हरे टिड्डे आपराधिक वारदात को अंजाम देने में भी किसी से पीछे नहीं है।
राजधानी के खजूरी खास इलाके में तो तीन हरे टिड्डे हथियारबंद बदमाशों ने मणप्पुरम गोल्ड फाइलेंस के दफ्तर में धावा बोलकर 10 लाख रुपये लूट लिये। दिनदहाड़े हुई वारदात के दौरान आरोपियों ने कर्मचारियों के आंखों में मिर्च स्प्रे कर दिया।
इसके बाद पिस्टल दिखाकर करीब 10 लाख रुपये लूटकर आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने लूट की इस गुत्थी को महज सात घंटे में सुलझाकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों की पहचान जान मोहम्मद (22), अजमेर-उल-आलम (27) और साजिद खान उर्फ बिट्टू (27) के रूप में हुई है। आरोपियों के पास से लूटे गए रुपये, एक पिस्टल, दो कारतूस, तीन बैग और एक पेपर कटर बरामद किया गया।
पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 10.25 बजे मणप्पुरम गोल्ड लोन फाइनेंस लिमिटेड खजूरी खास ने लूट की कॉल की थी। पुलिस को वहां पहुंचने पर ब्रांच मैनेजर सुधीर कुमार ने बताया कि करीब 9.45 बजे नकाबपोश तीन बदमाश अंदर दाखिल हुए।
आरोपियों ने गोल्ड लोन के बारे में पूछताछ की। इस दौरान एक आरोपी ने कर्मचारी के चेहरे पर मिर्च वाला स्प्रे कर दिया। दूसरे आरोपी ने पिस्टल निकाल ली। इसके बाद तीनों आरोपी काउंटर पर पहुंचे।
वहां आरोपियों ने खजांची से 9.98 लाख रुपये लूटे और मौके से फरार हो गए। लूट की सूचना पुलिस को मिली और खजूरी खास थाना पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।
पुलिस का कहना है लोकल इंटेलिजेंस, सीसीटीवी फुटेज और टेक्नीकल सर्विलांस से मामले की जांच की। इस दौरान पता चला कि वारदात में आसपास के ही कुछ बदमाशों का हाथ हो सकता है। इस आधार पर पुलिस ने जान मोहम्मद नामक आरोपी की पहचान की।
बाद में उसे श्रीराम कालोनी से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद बाकी दो आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दिल्ली पुलिस का कहना है कि तीनों के पास से तीन अलग-अलग बैग में लूटी गई रकम बरामद कर ली गई।
पुलिस को पता चला कि साजिद खान नामक युवक का इसी मणप्पुरम ब्रांच में आता था क्योंकि उसका अकाउंट था। वह जब अपनी किस्त जमा करने आता था तो देखता था कि वहां पर कर्मचारी बेहद कम होते थे।
इसके अलावा वहां बंदूक वाला गार्ड भी नहीं होता था। यह बाद उसने अपने बाकी साथियों को बताई। सभी लूट के लिए सहमत हो गए। योजना बनाकर वारदात को अंजाम दे दिया गया।
पुलिस हैरान है कि जिसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है वह भी इस तरह की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। यह हालत तब है जब राजधानी में कोविड-19 के चलते लोगों का सड़क पर आना जाना कम है और इसी का फायदा आरोपियों ने उठाया।