अश्विनी उपाध्याय । क्या ख़बरपालिका बिक चुकी है?
क्या सांसद बनने की चाह में चैनल मालिकों ने पत्रकारिता का दम घोंट दिया है?
क्या मीडिया पूरी तरह दल ग़ुलाम हो चुकी है और समाचार की आड़ में आम जनता को गुमराह कर रही है?
2-3 महीने चुनाव पर चर्चा होती है और फिर 01 सप्ताह कौन बनेगा मुख्यमंत्री लेकिन क्या देश की प्रमुख समस्याओं के मूल कारण और स्थाई समाधान पर चर्चा होती है?
अनपढ़ अनाड़ी गुंडे बदमाश माफिया आजकल पार्षद प्रधान सांसद विधायक मंत्री बन रहे हैं लेकिन क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री, मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से इसके मूल कारण और स्थाई समाधान पर सवाल किया?
05 करोड़ मुकदमों के कारण 05 करोड़ परिवार अर्थात् 30 करोड़ भारतीय टेंशन में हैं लेकिन क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री, मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से इसके मूल कारण और स्थाई समाधान पर सवाल किया?
थाना, तहसील और डिस्ट्रिक्ट कोर्ट भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है और अच्छे लोग वहां जाने से डरते हैं लेकिन क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री, मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से इसके मूल कारण और स्थाई समाधान पर सवाल किया?
सरकारी स्कूल और सरकारी हॉस्पिटल बदहाल हैं लेकिन क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री, मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से इसके मूल कारण और स्थाई समाधान पर सवाल किया?
सड़क हर साल बनती है और हर साल टूट जाती है लेकिन क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से इसके मूल कारण और स्थाई समाधान पर कोई सवाल किया?
1895 से 1920 के बीच अंग्रेजों ने 10 लाख एकड़ ज़मीन चर्च को 99 साल के लीज पर दिया था और 2020 तक सभी लीज का टाइम पूरा हो चुका है लेकिन क्या किसी पत्रकार ने प्किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से वह ज़मीन वापस लेने पर कभी सवाल पूछा?
प्रतिदिन 01 हजार बेटियां लव जिहाद का शिकार हो रही हैं लेकिन क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से लव जिहाद के मूल कारण और स्थाई समाधान पर कभी सवाल किया?
प्रतिदिन 10 हज़ार हिंदुओं का धर्मांतरण हो रहा है लेकिन क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से धर्मांतरण के मूल कारण और स्थायी समाधान पर प्रश्न पूछा?
ड्रग जिहाद और पोर्न जिहाद के कारण युवा बहुत तेज़ी से नशेड़ी हो रहे हैं। लड़कों में नपुंसकता बढ़ रही है और लड़कियों में बाझपन बढ़ रहा है लेकिन क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से ड्रग जिहाद और पोर्न जिहाद के मूल कारण और स्थाई समाधान पर प्रश्न पूछा?
भारत में 06 करोड़ घुसपैठिए रह रहे हैं और रोहिंग्या-बांग्लादेशी अभी भी आ रहे हैं। हर चुनाव के पहले घुसपैठ मुद्दा बनता है लेकिन चुनाव खत्म होते ही यह मुद्दा खत्म हो जाता है। क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से घुसपैठ के मूल कारण और स्थायी समाधान पर प्रश्न पूछा?
हमारे पास जमीन दुनिया की मात्र 02% और पानी 04% है और हमारी जनसंख्या दुनिया की 20% हो चुकी है। प्रतिदिन 90 हजार बच्चे अर्थात एक साल में सवा तीन करोड़ बच्चे पैदा हो रहे हैं। भारत की 50% समस्याओं का मूल कारण जनसंख्या विस्फोट है लेकिन क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से जनसंख्या नियंत्रण कानून पर एक सवाल पूछा?
क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से पूछा कि गुलामी के नाम और निशान कब बदले जायेंगे?
क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से पूछा कि ग़ुलामी की कुरीतियाँ और कुप्रथाएं कब ख़त्म होंगी?
क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से पूछा कि ग़ुलामी की शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था कब बदलेगी?
क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से पूछा कि ग़ुलामी की पुलिस, प्रशासनिक और न्यायिक व्यवस्था कब बदलेगी?
क्या किसी पत्रकार ने किसी मंत्री मुख्यमंत्री या पार्टी अध्यक्ष से पूछा कि ग़ुलामी की टैक्स व्यवस्था और व्यापार व्यवस्था कब बदलेगी?
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