अर्चना कुमारी जनता दल सेक्युलर (जदएस) के विधायक और पूर्व मंत्री एच डी रेवन्ना को बेंगलुरु के बाहरी इलाके अनेकाल के पाराप्पना अग्रहारा स्थित केंद्रीय जेल से मंगलवार को रिहा कर दिया गया।
एक विशेष अदालत (जनप्रतिनिधि) ने सोमवार को उन्हें अपहरण के एक मामले में जमानत दी थी। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के बेटे और पूर्व मंत्री एच डी रेवन्ना (66) को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने एक महिला के कथित अपहरण के मामले में चार मई को गिरफ्तार किया था।
इस महिला का मामला एच डी रेवन्ना के बेटे और हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना द्वारा महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोपों से जुड़ा है।
विशेष न्यायाधीश गजानन भट ने मामले की सुनवाई की और एच डी रेवन्ना को सशर्त जमानत दी। जेल में छह दिन रहने के बाद बाहर आने पर एच डी रेवन्ना का उनके समर्थकों ने नारेबाजी के साथ स्वागत किया।
उनके लिए वहां गाड़ियों का एक बड़ा काफिला मौजूद था। वहां से वह अपने पिता एच डी देवेगौड़ा से मिलने के लिए गये। अदालत ने एच डी रेवन्ना को कई शतरें के साथ जमानत दी, जैसे वह पांच लाख रुपये का मुचलका भरेंगे, उन्हें देश से बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी और वह पीड़िता एवं अन्य संबंधित पक्षों को प्रभावित नहीं करेंगे।
एच डी रेवन्ना की तीन दिन की पुलिस हिरासत आठ मई को खत्म हुई थी जिसके बाद उन्हें अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया था। इस अदालत ने उन्हें सात दिनों के लिए यानी 14 मई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
अपहरण का यह मामला एक महिला के बेटे की शिकायत के बाद दर्ज किया गया था। इस व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि एच डी रेवन्ना के बेटे प्रज्वल ने उसकी मां का यौन उत्पीड़न किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस महिला को प्रज्वल के खिलाफ गवाही देने से रोकने के लिए कथित रूप से अगवा कर लिया गया था। एसआईटी ने इस मामले के सिलसिले में एच डी रेवन्ना के करीबी सतीश बबन्ना को भी हिरासत में लिया था।
एसआईटी ने तीन मई को बबन्ना को गिरफ्तार किया था और चार मई को कथित रूप से मैसुरू के हुंसर तालुक के एक फार्महाऊस से इस महिला को मुक्त कराया था। महिला को मुक्त कराये जाने से कुछ घंटे बाद एच डी रेवन्ना को बेंगलुरु के पद्मनाभनगर में देवेगौड़ा के आवास से गिरफ्तार किया गया।