विपुल रेगे। मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान अपनी आगामी फिल्म लाल सिंह चड्ढा की शूटिंग पूर्ण कर चुके हैं। इन दिनों उनका अधिकांश समय अपने परिवार के साथ बीत रहा है। ऐसी ख़बरें हैं कि वे जल्द ही अनुष्का शर्मा के साथ एक अन्य फिल्म शुरु करने जा रहे हैं। इस बीच वे फिल्म निर्देशक एस.एस.राजामौली की आगामी फिल्म आर आर आर के प्रमोशन के लिए भी समय निकाल रहे हैं। बस उनको विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स देखने का समय नहीं मिल रहा है।
बीते सोमवार को आमिर खान राजामौली की फिल्म आर आर आर के एक इवेंट में आमंत्रित थे। वहां उन्होंने फिल्म को प्रमोट किया। कश्मीर फाइल्स की लहर में बॉलीवुड स्टार्स को एक समस्या का सामना करना पड़ता है। जब वे कहीं सार्वजानिक कार्यक्रम में जाते हैं तो उनसे पूछ लिया जाता है कि आपने कश्मीर फाइल्स देखी या नहीं।
ये प्रश्न उन अभिनेताओं से अधिक पूछा जा रहा है, जिनका दखल सामाजिक चेतना जगाने में सदा से देखा गया है। आमिर और अक्षय ऐसे कलाकारों में से हैं, जो लगातार सामाजिक मुद्दों पर खुलकर बोलते रहते हैं। इवेंट में आमिर से कश्मीर फाइल्स के बारे में प्रश्न किया गया। एक महिला पत्रकार ने उनसे पूछ लिया कि मूवी कैसी है। उनका जवाब वही था, जो उन्होंने एक सप्ताह पूर्व फिल्म के प्रदर्शित होते ही दिया था।
उनका कहना था कि ये फिल्म अवश्य देखूंगा। आमिर डिप्लोमेसी में माहिर हैं। वे जानते हैं कि ऐसे सवालों का जवाब उन्हें क्या देना है। जब अमिताभ बच्चन की झुण्ड प्रदर्शित हुई, तो उन्होंने इसे पहले दिन ही देखा। उन्होंने लगभग रोते हुई इस फिल्म की प्रशंसा कर डाली थी। राजामौली की फिल्म के इवेंट में उन्होंने ये अवश्य कहा कि ये फिल्म अधिक से अधिक दर्शकों को देखनी चाहिए।
आमिर खान के बारे में कहा जाता है कि वे दूरदर्शी हैं। वे फिल्म उद्योग में होने वाले परिवर्तन को पहले ही भांप लेते हैं। पुष्पा नामक बुलडोजर की आक्रामक टक्कर से बॉलीवुड पहले से दहला हुआ है और अब अचानक ही विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ने सारे पूर्व स्थापित ट्रेंड ध्वस्त कर नया ट्रेंड स्थापित कर दिया है। आमिर को अपनी फिल्म लाल सिंह चड्ढा की सफलता पर भी सौ प्रतिशत यकीन नहीं है।
वे दूसरी पारी खेलना चाहते हैं। वे ये भी जानते हैं कि बॉलीवुड के विरुद्ध देश के लाखों लोगों ने बहिष्कार अभियान चलाया हुआ है। सो उन्होंने फिल्म देखने की अपील कर अपनी फंसी गर्दन बाहर निकालने का प्रयास किया है। आमिर ने ये भी देखा कि कश्मीर फाइल्स के लिए दर्शकों ने अक्षय कुमार की बच्चन पांडे का बुरा हश्र कर डाला है।
अपितु बच्चन पांडे गुणवत्ता में हॉउसफुल : 4 से बेहतर थी लेकिन फिल्म पहले सप्ताह में पचास करोड़ पार करने को तरस गई। आमिर खान को मालूम है कि अब लोग ध्यान से उनके बयानों को देख रहे हैं। आर आर आर के इवेंट में ऐसी बाउंसर मीडिया की तरफ से उछाली जाएगी, वे पहले से जानते थे और इसके लिए तैयार थे। वे तय कर चुके थे कि इस प्रश्न पर उनको एक संतुलित जवाब देना है।
इस मसले पर उन्होंने बीच की राह निकालने की कोशिश की है। इन दिनों आमिर अपने परिवार से मिल रहे हैं। हाल ही में वे अपनी पहली पत्नी रीना दत्ता से मिलने उनके निवास पर पहुंचे थे। आमिर नई फिल्म साइन कर रहे हैं। राजामौली के इवेंट पर जा रहे हैं। पहली पत्नी से भेंट भी करते हैं। बस वे कश्मीर फाइल्स देखने नहीं जा रहे हैं। वे यदि जाएंगे तो कश्मीरी पंडितों की पीड़ा और कश्मीर के उन लोगों पर भी प्रश्न होंगे, जो आरोपों के घेरे में हैं। यहीं तो आमिर की पॉलिसी है। उनको अपना कॅरियर अभी और चलाना है, ये उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है।
बहुत ही संतुलित लेख है। आमिर खान को अपनी फिल्म लोगों को दिखानी है, लेकिन वह सीधा बोल भी नहीं सकता। सिर्फ अपील ही कर सकता है। करोड़ों रूपये हिन्दुओं की जेब से खाली भी तो करना है। अब रही बात समय निकालने की तो बड़ी आराम से निकल जाएगा, परन्तु अगर यह कहा कि उसने फिल्म देखी है तो फिर कई प्रश्न और पूछे जाएंगे। उन प्रश्नो से बचने का आसान तरीका यही है कि बोल दिया जाए फिल्म नहीं देखी। यह बहाना अच्छा है।
हमें इनकी फ़िल्म देखने का समय नहीं मेलेगा
हमें इनकी फ़िल्म देखने का समय नही मिलेग़ा टिंट फ़ोर tat