दो महान प्रवासियों के मध्य सहयोग समझौता पहली बार, दो प्रवासी राज्यों, संयुक्त राज्य कैलासा और अफ्रीकी प्रवासी राज्य ने दो महान प्राचीन परंपराओं के पुनरुद्धार के लिए एक सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
संयुक्त राज्य कैलासा हिंदू विस्तार का प्रतिनिधित्व करता है जो की150 से अधिक देशों में रहते हैं। श्री कैलासा एक संप्रभु राष्ट्र है जिसका नेतृत्व और पुनरुद्धार हिंदू धर्म के सर्वोच्च धर्माध्यक्ष भगवान श्री नित्यानंद परमशिवम के द्वारा किया गया, जो 19 प्राचीन हिंदू राज्यों के सम्राट भी हैं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत मानदंडों के अनुसार श्री कैलासा के पुनरुद्धार और स्थापना की घोषणा की, संप्रभु आत्मनिर्णय के अधिकार सहित, हिंदुओं के अधिकारों के संरक्षण के इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए, जो विश्व के प्राचीनतम और सबसे शांतिप्रिय परंपरा का पालन करते हैं, एक घोषणा के द्वारा जिसमें हिंदू शासन और हिंदू प्रशासन के समय-सिद्ध प्रारूप के तहत राज्य के दृष्टि को रेखांकित किया, एक ऐसे स्थान के रूप में जहां सभी हिंदू- हिंदुू धर्म का प्रामाणिक और शांतिपूर्वक अभ्यास कर सकते हैं।
अफ्रीकी प्रवासी राज्य (SOAD) को अफ्रीका के छठे क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है, इसमें अफ्रीकी मूल के सभी लोग शामिल हैं जो अफ्रीका से बाहर रहते हैं। इसका गठन १ जुलाई २०१८ को अफ्रीका संघ के सिखर सम्मलेन के दौरान हुआ था। इसका नेतृत्व एक सरकार, एक संसद, एक राज सदन, एक राज्य विभाग द्वारा किया जाता है, और ये सभी विभिन्न कार्यक्रमों पर काम करते हैं जैसे कि स्मार्ट शहरों का निर्माण, कृषि व्यवसाय के बुनियादी ढांचे का निर्माण, अफ्रीकी प्रवासी राज्य विश्वविद्यालय, कलाकृतियों और मानव अवशेषों की बहाली, चिकित्सा परिसर, आदि। अफ्रीकी प्रवासी राज्य का उद्देश्य प्रवासियों के माध्यम से अफ्रीका का और अफ्रीका के माध्यम से प्रवासियों को सुदृढ़ करना है।
इस सहयोग समझौते के अनुच्छेद 1 में कहा गया है: संयुक्त राज्य कैलास और अफ्रीकी प्रवासी राज्य एक दूसरे को मान्यता देते हैं, और अपने लोगों का समर्थन करने के लिए सहयोग करने के लिए तैयार हैं। समझौते के अन्य अनुच्छेद पहचान, मुद्रा, पर्यावरण, संयुक्त राष्ट्र, कृषि व्यवसाय, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुधार, क्षतिपूर्ति और मानव अधिकार जैसे विषयों का उल्लेख करते हैं।
दोनों पक्षों ने सहयोग करना शुरू भी कर दिया है। 7 और 8 दिसंबर को अफ़्रीकी प्रवासी राज्य द्वारा आयोजित क्षतिपूर्ति पर शिखर सम्मेलन के दौरान, संयुक्त राज्य कैलासा के युवराज और श्री कैलासा के विदेश मामलों के मंत्री को सम्मानित अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया, और उन्होंने क्षतिपूर्ति पर अभियान में भाग लेने की इच्छा व्यक्त की क्यूंकि औपनिवेशीकरण के दौरान हिंदू साम्राज्यों के कई मंदिरों या मूर्तियों को भी लूट लिया गया था।
इसके अलावा, 19 दिसंबर को, हिंदू धर्म के सर्वोच्च धर्माध्यक्ष, संयुक्त राज्य कैलासा राज्याध्यक्ष, भगवान नित्यानंद परमशिवम, धर्म और उपासना विभाग और वैश्विक शांति और धार्मिक सद्भाव के लिए श्रीकैलासा संयुक्त राष्ट्र ने अफ़्रीकी प्रवासी राज्य के प्रधानमंत्री माननीय लुइस-जॉर्जेस टिन और ऐतिहासिक विरासत मंत्री, SOAD के राज सदन के सह-अध्यक्ष, रानी तस्सी एडजी को SPH के 46वें जयंती समारोह के लिए आमंत्रित किया।
SPH नित्यानंद परमशिवम के 46वें जयंती समारोह के इस शुभ अवसर पर, श्री कैलासा ने मित्रता को मान्यता दिया और अफ्रीकी प्रवासी राज्य के माननीय प्रधान मंत्री, माननीय लुइस-जार्ज टिन को कैलासा मित्र पुरस्कार से सम्मानित किया।
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