हिंदू धर्म-सूर्य है योगी , राष्ट्र का सच्चा पुत्र है योगी ;
नारी का सम्मान है योगी , यूपी का अभिमान है योगी ।
धर्म के जितने भी दुश्मन हैं , मिट्टी में मिल जाना है ;
सत्यमेव – जयते ही होगा , झूठ नहीं टिक पाना है ।
योगी से जो घात करेगा , आघात उसे ही मिलना है ;
सूर्योदय अब रुक न सकेगा , अंधकार को मिटना है ।
वामी ,कामी ,जिम्मी ,सेक्युलर , अब पूरे देश से जाना है ;
बीत गये सारे काले दिन , स्वर्णिम युग ही आना है ।
गुंडे , लुच्चे और लफंगे , कहीं नहीं बच पायेंगे ;
यूपी की तो बात ही छोड़ो , पूरे देश से जायेंगे ।
यूपी का जो इंद्रधनुष है , महाकाश में छायेगा ;
राम यहीं पर प्रकट हुये थे , राम- राज्य भी आयेगा ।
पांच – बरस का ये जो शासन , वो तो अभी नमूना है ;
शत-प्रतिशत हो न्याय का शासन, वही सुशासन आना है ।
तुष्टीकरण को करने वालो , अपना दिमाग ठिकाने कर लो ;
अल्पसंख्यकवाद हटाओ सारा,न्यायमार्ग को फौरन चुन लो
अब शेरों की गरज के आगे , गुंडो को मिमिआना है ;
दंगा – फसाद करने वालों को , अब केवल लठिआना है ।
हर बेटी हो पूर्ण सुरक्षित , उत्पीड़न रुक जाना है ;
हर शोहदे की शामत आयी , जेल ही उसको जाना है ।
जितने भी घोषित अपराधी , नागरिकता छिन जाना है ;
कोई नहीं मिलेगी सुविधा , ऐसा कानून बनाना है ।
अभी तो सख्ती थी मामूली , असली सख्ती बाकी है ;
हर हालत में न्याय की रक्षा , योगी की बेबाकी है ।
हजार बरस की गुंडागर्दी , नामोनिशां मिटाना है ;
पूर्ण – स्वराज्य हिंदू भी पाये , पूर्ण- सुरक्षा पाना है ।
सबके लिए समान हो शासन , पक्षपात बिल्कुल न होगा ;
चरित्रहीनता मिटेगी सारी , दुराचार कतई न होगा ।
शाहीन- बाग के दिन बीतेंगे , डीएनए भी नहीं मिलेगा ;
सबका विश्वास है धोखेबाजी, रोड जाम अब कभी न होगा।
सारे अवैध निर्माण हटेंगे , अतिक्रमण भी नहीं रहेगा ;
जस का तस कानून हो लागू , पूरा भ्रष्टाचार हटेगा ।
ये तो अब होके ही रहेगा , योगी को फिर से आना है ;
जो योगी को क्षति पहुंचाये , राजनीति से जाना है ।
“वंदेमातरम-जयहिंद”
रचयिता:ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”