आईएसडी नेटवर्क। पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में हिन्दुओं को वोट नहीं डालने दिए जाते हैं। ये खुलासा सुप्रीम कोर्ट में दी गई एक याचिका से हुआ है। याचिका में कहा गया है कि कई क्षेत्रों में हिन्दुओं को डरा कर वोट के अधिकार से वंचित किया जाता है और फिर उनके नाम पर फर्जी वोटिंग करवाई जाती है।
याचिका में सुप्रीम कोर्ट से मांग की गई है कि पश्चिम बंगाल में निष्पक्ष चुनाव करवाए जाए। ये भी मांग की गई है कि चुनाव आयोग को निर्देश देकर मतदाताओं की लिस्ट से फर्जी मतदाताओं के नाम हटाए जाए। सुप्रीम कोर्ट में पुनीत कौर ढांडा ने याचिका लगाते हुए कहा कि कई क्षेत्रों में हिन्दुओं को वोट नहीं डालने दिया जाता।
याचिकाकर्ता के अनुसार मालदा, उत्तर दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद, नादिया, कूचविहार, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना और कोलकाता के कई इलाके ऐसे हैं जहां मुस्लिम बहुसंख्यक हैं और इन इलाकों में हिंदुओं को वोट नहीं देने दिया जाता है। किसी न किसी तरह से उन्हें वोट देने में व्यवधान किया जाता है।
ये भी कहा गया कि पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक हत्याएं विरोधी दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं की की जा रही है। याचिकाकर्ता ने इन हत्याओं की सीबीआई जाँच की मांग की है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और इसके मद्देनज़र सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है।
हाल ही में जेपी नड्डा के काफिले पर हमला किया गया और उसके दो दिन बाद ही भाजपा कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला किया गया था। इस खबर के बाहर आने के बाद मैनस्ट्रीम मीडिया ने इसे दूसरे ढंग से पेश किया है।
समाचारों में ये तो बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में विरोधी दल के नेताओं की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली गई है लेकिन ये नहीं बताया जा रहा है कि याचिकाकर्ता ने हिन्दू वोटरों को वोट न डालने पर भी चिंता जताई है।