रोहिंग्या को दिल्ली में बसाने के केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी के बयान पर हिंदुओं के आक्रोश को देखते हुए गृहमंत्रालय को लगातार ट्वीट कर अपना बयान जारी करना पड़ा है(ट्वीट का SS नीचे), लेकिन इस बयान में आधा सच्चाई ही पेश किया गया है, और इसे भी केंद्र Vs दिल्ली सरकार बनाकर मुद्दे को राजनीति में बदल दिया है, जबकि मंगलवार की बैठक में दोनों सरकारों के अधिकारी मौजूद थे! सवाल है?
१) क्या केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने झूठा बयान दिया? सरकार इस पर मौन क्यों है? क्या मंत्री के झूठ बोलने पर कोई कार्रवाई होगी? कार्रवाई छोड़िए, 8 घंटे बाद भी उनका ट्वीट(नीचे SS) यथावत मौजूद है।
२) हरदीप पुरी ने अभी तक ट्वीट डिलीट क्यों नहीं किया? क्योंकि हरदीप पुरी भी सत्य बोल रहे हैं। कैसे?
ज्ञात हो कि शहरी आवास मंत्रालय हरदीप पुरी के ही पास है। दिल्ली के बक्करवाला गांव में जिन फ्लैटों को रोहिंग्याओं को आवंटित किया जाना है, उसके मंत्री हरदीप पुरी ही हैं! इसमें सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम केजरीवाल की दिल्ली सरकार का है और सुरक्षा उपलब्ध कराना दिल्ली पुलिस यानी गृहमंत्रालय के पास है! तीनों के अधिकारियों ने मंगलवार को बकायदा बैठक कर यह निर्णय लिया है, जिसके बाद ही हरदीप पुरी ने ट्वीट किया था। तो फिर सच क्या है?
यदि गृहमंत्रालय की सफाई और हरदीप पुरी के बयान को देखें तो कोई विरोधाभास नहीं है, केवल ‘ब्यूरोक्रेटिक शब्दों’ से खेल किया गया है। जैसे:-
१) गृहमंत्रालय ने अपने ट्वीट में कहा है कि ‘अवैध’ रूप से रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों को बक्करवाला में कोई फ्लैट नहीं दिया गया है।
गृहमंत्रालय ने बार-बार ‘अवैध रोहिंग्या’ का उपयोग किया है। यहां ‘अवैध’ शब्द महत्वपूर्ण है!
२) परंतु केंद्रीय शहरी व आवास मंत्री तो ‘अवैध रोहिंग्या’ की बात ही नहीं कर रहे!
हरदीप पुरी उन रोहिंग्या को बसाने की घोषणा कर रहे हैं, जिनके पास संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (UNHCR) की विशिष्ट ID है, और जिनका विवरण सरकारी रिकार्ड में दर्ज है! अर्थात जो ‘अवैध’ श्रेणी से बाहर निकल पर अब ‘शरणार्थी’ का वैध दर्जा पा चुके हैं, लेकिन है वो रोहिंग्या ही! इन्हें ही सुविधा मिली है।
३) हिंदुओं के विरोध को देखते हुए गृहमंत्रालय ने टेक्निकली ‘अवैध रोहिंग्या’ पर बयान जारी कर दिया कि वो डिटेंशन सेंटर में है और उन्हें विदेश मंत्रालय के मार्फत उनके देश वापस भेजा जाएगा, लेकिन UNHCR की ID वाले रोहिंग्या की बात को वो साफ-साफ गोल कर गये हैं!
बड़ी ही चतुराई से गृहमंत्रालय ने अवैध रोहिंग्या पर फोकस कर UNHCR ID धारी शरणार्थी रोहिंग्याओं को मिली सुविधाओं की बात को छुपा कर लोगों का ध्यान भटका दिया है। यही सच है, अन्यथा हरदीप पुरी PMO को टैग कर इतना बड़ा झूठ बोलने की हिम्मत नहीं कर सकते थे!
यह झूठ केवल ध्यान भटकाने की टैक्टिस है। आपको याद हो( फोटो नीचे) हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यालय से एक रोहिंग्या लड़की ने पढ़ाई की थी वह UNCHR ID धारी रोहिंग्या की श्रेणी में आती है। अवैध रोहिंग्या होती तो वैध तरीके से विश्वविद्यालय में प्रवेश नहीं ले पाती।
केंद्र और दिल्ली सरकार ने जिन UNCHR ID धारी रोहिंग्याओं को सुविधाएं देने की घोषणा की है, वह उसी लड़की वाली श्रेणी है। लेकिन चालाकी करते हुए ‘अवैध रोहिंग्याओं को सुविधाएं नहीं दी’ कह जनता को दिग्भ्रमित कर दिया गया है। शायद इसी को राजनीति कहते हैं!
UNHCR ID वाली रोहिंग्या लड़की ने दिल्ली विश्वविद्यालय से ली डिग्री। लिंक ओपन कर पढ़ें