इस बात से आप सावधान रहिए कि किसी खूबसूरत लड़की के नाम से फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर आपको ठगी की जाल में फंसा न लिया जाए। दरअसल फेसबुक पर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज अपने जाल में फंसाने वाले गिरोह के सरगना को क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा है और पुलिस का कहना है कि दबोचे गए आरोपी की पहचान नीरज के तौर पर की गई है। पूछताछ में पता चला है कि नीरज के गिरोह में दो युवती समेत छह सदस्य हैं।
इतना ही नहीं सभी मिलकर फेसबुक पर लोगों के साथ फर्जी प्रोफाइल बनाकर उन्हें फंसाते थे और फिर इसके बाद वसूली करते थे। प्रत्येक ग्राहक से गिरोह पांच से दस लाख रुपये वसूलता था। जबकि पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने पिछले डेढ़ साल के दौरान सरगना ने करीब 20 लोगों से लाखों रुपये वसूल लिए थे । पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी नीरज बहादुरगढ़, हरियाणा का रहने वाला है। इसके पास से एक मोबाइल फोन, चार सिमकार्ड, एक डेबिट कार्ड, एक स्कूटी और ब्लैकमेल करने के लिए इस्तेमाल की गई हाथ से लिखी स्क्रिप्ट बरामद की गई है।
पुलिस ने बताया कि 29 नवंबर को एक पीड़ित ने पश्चिम विहार थाने में शिकायत कर बताया था कि उन्हें हनी ट्रैप में फंसाकर कुछ लोगों ने तीन लाख वसूल लिए। उसने बताया कि 1.5 लाख उन्होंने नकद और शेष डेढ़ लाख आरोपी के बैंक खाते में ट्रांसफर किया था। पुलिस ने इस तरह की शिकायत पर केस दर्ज कर छानबीन शुरू की।
जांच के दौरान बैंक अकाउंट और मोबाइल नम्बर से मिली जानकारी के बाद पुलिस टीम ने तीन दिसंबर को जांच के बाद पीवीआर सिनेमा, सेक्टर-14, प्रशांत विहार, रोहिणी के पास से नीरज को पकड़ लिया गया। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने सेक्सटॉर्शन करके अवैध गतिविधियों को चलाने के लिए पश्चिम विहार में किराए पर एक फ्लैट लिया हुआ था।
जांच कार्रवाई में खुलासा हुआ है कि नीरज का आपराधिक इतिहास रहा है। इसके खिलाफ हरियाणा में आर्म्स एक्ट के दो मामले पहले से दर्ज हैं। वह पहले एक बैंक्वेट हॉल में बार टेंडर का काम करता था। आरोपी नीरज, फेसबुक पर लोगों को फंसाने वाले गिरोह का सरगना है। इस गिरोह ने पहले लॉकडाउन से अपनी गतिविधियां शुरू की थी।
इसके लिए आरोपी किसी अज्ञात लड़की के नाम से सुंदर तस्वीर के साथ फेसबुक प्रोफाइल बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे। फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने के बाद वे पीड़ित के साथ फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से लड़की होने का नाटक करते थे। इसके बाद पीड़ित का मोबाइल नंबर मिलने के बाद उन्हें लुभाने के लिए वे अश्लील सामग्री भेजना शुरू कर देते थे। बताया जाता है कि गिरोह की महिला सदस्य पीड़ित को लुभाने के लिए वीडियो कॉल करती थी।
इस दौरान आरोपी बार-बार पीडित से बात कर पता लगा लेते थे कि वे कितने पैसे वाले हैं और कितने रुपए दे सकते हैं। इसके बाद गिरोह की महिला सदस्य पीड़ित को यौन गतिविधि के लिए आमंत्रित करती थी। जिसके बाद पीड़ित का वीडियो बना लिया जाता था और फिर उसे वायरल करने की धमकी देकर उससे पैसे वसूले जाते थे।
पुलिस का कहना है कि पूरे देश में इस तरह की घटनाएं तेजी से हो रही हैं। सेक्सटार्शन के धंधे से जुड़े आरोपी भोले भाले लोगों को निशाना बना रहे हैं। अधिकतर पीड़ित शिकायत करने से बचने हैं क्योंकि उन्हें सामाजिक डर होता है। जिसका फायदा उठाकर आरोपी लगातार ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस ने आम जनों से अपील की है कि वह इस तरह के किसी भी गिरोह में फंसने से खुद को बचाएं और इस बारे में पुलिस को सूचना जरूर दें।