अर्चना कुमारी। यह महिलाओं और पुरुषों का एक गिरोह है जो बिजनेसमैन तथा मोटी रकम रखने वाले को अपने जाल में फंसा कर रसूली करते थे । पुलिस का दावा है कि हनी ट्रैप में फंसाकर वसूली करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश हुआ और 5 लोग पकड़े गए। इनमें रेवती देवी (33), वैभव (37), सोनू सूरी (42), शीतल अरोड़ा (40) उर्फ पूजा व हरबिंदर सिंह (60) के तौर पर हुई। इनमें रेवती और वैभव पति पत्नी हैं।
पुलिस ने इनके पास से वसूली गई रकम 1,78 लाख, तीन सोने की अंगूठी, चार मोबाइल, तीन पुलिस फाइल, एक वैगनार कार, स्कूटी, एयर गन और गाड़ी पर लगने वाली लाल बत्ती बरामद की है। पुलिस का कहना है कि 23 अक्टूबर को डाबड़ी थाने में एक बिजनेसमैन ने शिकायत दर्ज करायी थी। उसका कहना था कि पूजा नाम की एक महिला ने वाट्सएप कॉल किया और वह उसे एक घर में ले गई। उसे पानी पीने को दिया गया।
इसके बाद वाह बेहोश हो गए और जब बाद में होश आया तब उन्होंने अपने आप को आपत्तिजनक हालत में पाया। यहां उनके साथ मारपीट कर पंद्रह हजार से ज्यादा रुपए, हाथ की घड़ी, सोनू की अंगूठी लूट ली। इसके बाद उनसे सात लाख रुपए की मांग की गई और बाद में रुपए नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद मामला दर्ज करके इस रैकेट का पर्दाफाश किया गया।
पुलिस का कहना है कि टारगेट किए गए व्यक्ति के साथ यह लोग अश्लील हरकत करते हुए तस्वीरें और वीडियो लेकर ब्लैकमेलिंग कर उनसे वसूली करते थे । वसूली के लिए टिंडर एप पर लोगों के मोबाइल नंबर तलाशी जाती थी। इस गैंग के शिकार हुए लोगों को बेहोश करने के बाद आपत्तिजनक हालत में लाया जाता और फिर के साथ लूटपाट तथा वसूली की जाती थी।
सोनू साूरी बीए सैकंड ईयर तक पढी है। उसकी दो दुकानें हैं और वह दो एनजीओ चलाती है। वह रेप और साजिश के एक मामले में जेल भी जा चुकी है। उन्नीस महीने जेल में रहने के बाद जब वह बाहर निकली तो उसने हनी ट्रैप करके वसूली का धंधा शुरु कर दिया। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वह इस तरह किसी भी व्यक्ति के झांसे में ना आए और ना ही उनसे मिलकर इस रैकेट का शिकार हो ।
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