संदीप देव। एकम सनातन भारत_दल के गठन के बाद से एक पार्टी विशेष के ट्रोलर कैसे बौखला कर 2010-12 के मेरे कुछ सलेक्टिव ट्वीट निकाल कर मेरे बारे में झूठ फैलाते हैं, आप तीन उदाहरण से समझिए!
१) मेरा एक पुराना ट्वीट दिखाकर शिव लिंग की जिस कथा पर ‘अब्बासी’ बवाल काटते फिर रहे हैं, वह उनकी मूढ़ता और सनातन धर्म के प्रति अज्ञानता को खुलकर प्रदर्शित कर रहा है। उस कथा के पीछे का अध्यात्म बहुत गहरा है।
भौतिक तल पर भी देखें तो वह रहस्य सदा सनातनधर्मियों को याद रहे, इसलिए करीब 700-800 ई. में आज के उत्तराखंड में वहां के महाराजा ने जागेश्वर धाम महादेव मंदिर का निर्माण कराया था, जो आज भी है। कहते हैं कि यह भारत के सभी शिवलिंगों में सर्वाधिक जागृत है। इनके दर्शन के बिना कैलाश मानसरोवर के दर्शन का फल भी नहीं मिलता।
यह कथा आप सब सर्च करें तो हमारों प्रमाण आपको मिल जाएंगे। इसका अध्यात्मिक रहस्य और भी गहरा है, जिसे मैं किसी वीडियो में अच्छे से बताऊंगा। यह गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने जो कहा, ‘मैं धर्मनिष्ठ काम हूं।’ उसे ही शिव लिंग की कथा के जरिए समझाया गया है।
२) दूसरा झूठ माता कुंती को लेकर ‘अब्बासी’ फैला रहे हैं। मेरे जिस ट्वीट को ये फैला रहे हैं, उसमें देखिए मैंने एक वामपंथी आर्गेनाइजेशन ‘बीईंग एसोसिएशन’ के नाटक का जिक्र किया है, जो हिंदू धर्म पर हमला कर रहा है। मेरे उसी मूल लेख का SS आपको नीचे दे रहा हूं। इसे आप पढ़ेंगे तो पाएंगे कि माता कुंती के बारे में अनर्गल प्रलाप करने के कारण मैंने लेफ्ट के उस संगठन पर हमला करते हुए उसकी आलोचना की है।
३) तीसरा झूठ वह माता द्रौपदी को लेकर फैला रहे हैं। द्रौपदी के पांच पतियों से विवाह को कुछ संप्रदाय, समाज आदि नहीं मानते हैं। महाभारत के उलट इन ‘समाज वालों’ का मानना है कि द्रौपदी का विवाह केवल एक भाई से हुआ था। मैंने एक लेख का जिक्र किया था, जिसमें भारत की कुछ जनजातियों में आज भी बहुविवाह प्रथा है, इसे दर्शाया था। हिमाचल में एक जनजाति ऐसी ही है जो स्वयं को पांडवों का वंशज मानते हुए आधुनिक भारत में भी इस प्रथा को बनाए रखने का प्रयास कर रही है।
मैंने जिन लेखों से हिंदू समाज को जागृत करने का प्रयास किया, उसे ही अधूरे रूप में सामने रख कर ‘अब्बासी’ लगातार झूठ फैला कर हिंदुओं को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं, हालांकि इसमें वो जरा भी सफल नहीं हो पा रहे हैं। इसीलिए रोज नये-नये वितंडा खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं।
EkamSanatanBharat के गठन के बाद से ही एक पूरी मशीनरी बौखला उठी है। परंतु इन्हें पता नहीं है कि हम सिर्फ कह नहीं रहे सनातन धर्म को जी रहे हैं। ऐसे झूठ हमारे हौसले कभी तोड़ नहीं पाएंगे।
एकमसनातनभारत जीवन के हर क्षेत्र में सनातन संस्कृति के मूल्यों की स्थापना और हिंदुओं को उसका वास्तविक अधिकार दिलाने का लक्ष्य लेकर चला है।
हम जानते हैं कि समय के साथ देश-विदेश से हमारे मार्ग में अभी अनेकों बाधाएं खड़ी की जाएंगी, क्योंकि कोई भी शक्ति यह नहीं चाहती कि भारत पुनः अपनी जड़ों की ओर लौटे। जिस दिन भारत पुनः अपनी जड़ों की ओर लौटने में सफल हो गया, वह एक बार फिर से स्वर्णयुग ले आएगा।
भारत के वैभव को वापस लाने का प्रयास करने वाले अनेकों लोगों को मिटा दिया गया, कल को हमें भी मिटा दिया जाए, परंतु यदि जागृति की मशाल जल गई तो फिर इस क्रांति को होने से कोई नहीं रोक पाएगा। अतः अपने समय की हानि न करते हुए मैं यह स्पष्टीकरण आखिरी बार दे रहा हूं। काम बहुत है, समय कम! अतः ट्रोलरों पर ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता नहीं। उन्हें जिस चीज के लिए ‘पे’ किया जा रहा है, वह उसी काम को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं।
कुछ को एकम पार्टी में घुसा कर हमारी जासूसी कराने की भी चेष्टा की गई, जिसे हमने विफल कर दिया। यह बौखलाहट उस कारण से भी बढ़ी है।
साक्षात् धर्म भगवान विष्णु के रहते हमें चिंता क्यों करना। वंदे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम् 🙏।