त्रिपुंडधारी , सूफी भारी
अब्बास की यारी ,नूपुर बेचारी
काशी प्यारी ,ज्ञानपीठ पर चुप्पीधारी
गोधरा हिंदुओं पर भारी
बंगाल में स्त्री पुकारी
नग्न शरीर बलात्कार पारी पारी
शुद्ध ना लिया जीवन पर मौत भारी
शाहीनबाग आनंद मनाता
संयोग नहीं, प्रयोग बताता
अंकित शर्मा चाकू से मारा जाता
दिल्ली दंगा रौद्र रूप दिखाता
53 जिंदगियां जिहादियों से हार जाता
जनता खोजे प्रधानमंत्री लापता हो जाता
शांतिदूतों का नौकरियां बढ़ाता
रोहिंग्याओं को आवास मिल जाता
पसमांदा मौज मनाता
अब आइ तिरंगा की बारी
खादी पर सलाउद्दीन भारी
यही हमारी परिचय सारी
यही हमारी परिचय सारी
द्वारा : हरेन्द्र कुमार