विपुल रेगे। शाहरुख़ खान की ‘पठान’ का ट्रेलर मंगलवार को रिलीज कर दिया गया है। ट्रेलर को जिस तरह की प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं, उसके बाद ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ गैंग के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति बन गई है। दरअसल बॉयकॉट गैंग ने पिछली जिन फिल्मों का बहिष्कार किया, वे कंटेंट की दृष्टि से कमज़ोर थी और एक धक्का लगने से ढह गई थी। शाहरुख़ की मार्केट वेल्यू बॉयकॉट से थोड़ी घायल हुई है लेकिन बनी हुई है। पठान के ट्रेलर को देखते हुए लग रहा है कि यदि ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ फैक्टर ने काम नहीं किया तो इसे तगड़ी ओपनिंग लग सकती है।
पठान का ट्रेलर मंगलवार की दोपहर रिलीज हुआ और इसे पांच घंटों के अंदर तीन लाख से अधिक यूजर्स ने देख लिया। ट्रेलर को सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। फिल्म के एक्शन पर काफी काम किया गया है। फिल्म में जॉन अब्राहम शाहरुख़ से अधिक प्रभावी दिखाई दे रहे हैं। ट्रेलर में फिल्म की कहानी स्पष्ट कर दी गई है। एक आतंकवादी गैंग भारत पर भयानक हमला करने की चेतावनी जारी कर देता है।
तब सरकार अपने सीक्रेट एजेंट पठान को याद करती है। पठान आकर देश को आतंकी हमले से बचाता है। ये कहानी हॉलीवुड और बॉलीवुड में दसियों बार दोहराई जा चुकी है। ये तो स्पष्ट हो गया है कि कहानी में कोई नयापन नहीं है। सारी बात फिल्म के प्रस्तुतिकरण पर आकर ठहर जाती है। पहली नज़र में ट्रीटमेंट अच्छा दिखाई दे रहा है।
यदि आपके पास भीड़ खींचने वाले सितारें हो और जबरदस्त एक्शन हो तो कहानी कमज़ोर होने से फर्क नहीं पड़ता। फिल्म कई बार स्टारडम पर भी चल जाती है। उदाहरण के लिए यश की पिछली ब्लॉकबस्टर ‘केजीएफ 2’ प्रस्तुतिकरण में पहले भाग से कमज़ोर थी लेकिन यश का स्टारडम इसे बड़ी हिट बना गया। शाहरुख़ खान की अंतिम हिट फिल्म ‘हैप्पी न्यू ईयर’ थी। ये फिल्म सन 2014 में रिलीज हुई थी।
इसके बाद शाहरुख़ लगातार फ्लॉप रहे हैं। बीच में आलिया भट्ट के साथ शाहरुख़ ‘डियर ज़िंदगी’ में दिखाई दिए थे। फिल्म ने प्रशंसा पाई लेकिन शाहरुख़ का दमदार कमबैक नहीं करा सकी। पिछले नौ वर्ष में शाहरुख़ की पांच बड़ी फ़िल्में पिट गई। निश्चय ही ‘पठान’ शाहरुख़ के लिए बहुत महत्वपूर्ण फिल्म है। यदि ये फिल्म चलती है तो उनकी वापसी कुछ समय के लिए हो सकती है, अन्यथा वे हमेशा के लिए केंद्रीय भूमिकाओं से बाहर किये जा सकते हैं।
पठान पर शाहरुख़ का अंतिम दांव लगा हुआ है। पिछले दिनों ‘बॉयकॉट गैंग’ विरोधियों के हाथों खेल गई और एक प्रायोजित प्रचार को हाथोहाथ ले लिया। ‘बेशर्म रंग’ विवाद से फिल्म को बहुत प्रचार मिल गया और वह सबकी नज़रों में आ गई। मंगलवार को रिलीज हुए ट्रेलर के बाद इस प्रचार को और उठान मिल गया। बड़ी ही चतुराई से फिल्म निर्माता ने थोड़ा बहुत बदलाव कर अपनी ओर फेंके जा रहे पत्थरों से मददगार पुल बना लिया।
अब ‘पठान’ बिना किसी विवाद के रिलीज होने जा रही है। 25 जनवरी के एक दिन बाद ‘ गाँधी गोड़से : एक युद्ध’ रिलीज होगी। हालांकि ‘पठान’ के दर्शक कम करने जैसा कंटेंट उस फिल्म के पास नहीं है। फिल्म के निर्देशक सिद्धार्थ आनंद ने अपनी सभी फ़िल्में किसी न किसी हॉलीवुड की फिल्म से चुराकर बनाई है। सो ‘पठान’ भी किसी हॉलीवुड फिल्म का रीमेक हो सकती है।
कुल मिलाकर ‘पठान’ के नए ट्रेलर ने फिल्म को एक ‘किक’ दे दी है। ‘बॉयकॉट गैंग’ के सम्मुख ये चुनौती है कि वे किंग खान का ज़हाज़ डुबाकर दिखाए। बॉलीवुड के समंदर में कमज़ोर ज़हाज़ बॉयकॉट के धक्के सह नहीं पाते लेकिन मज़बूत ज़हाज़ों को डुबाना यहाँ बड़ी चुनौती होती है।