अर्चना कुमारी । पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान हमले में बाल-बाल बचे हालांकि इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि उनके पार्टी का एक सांसद फैसल जावेद समेत 13 लोग घायल हो गए। हमले के विरोध में इमरान समर्थकों ने देशभर में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जबकि घटना से पता चलता है कि इस्लाम परस्त पाकिस्तान की कानून व्यवस्था की स्थिति किस हालात में पहुंच गई है। हाफिज सईद और दाऊद इब्राहिम की मुल्क में सुरक्षा की जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस के अलावा सैन्य कर्मियों पर है लेकिन सभी पर नियंत्रण पाक की खुफिया एजेंसी आईएसआई का है।
डॉन न्यूज’ के मुताबिक, इमरान का मार्च पंजाब के वजीराबाद इलाके में पहुंचा था। इमरान जिस कंटेनर पर मौजूद थे। उसके करीब फायरिंग हुई। इमरान खान के पैर में तीन से चार बार गोली मारी गई है। हमलावर ने AK-47 से फायरिंग की और हमलावर कंटेनर के बिल्कुल करीब था। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और बाद में इमरान खान को लाहौर के शौकत खानम अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। उनके डॉक्टर फैसल सुल्तान ने बताया कि इमरान खान के पैर के टिबिया बोन में गोली लगी है। ऑपरेशन कर इसे निकाला जाएगा। फिलहाल इमरान की हालत स्थिर है।
उनके पार्टी के सेक्रेटरी जनरल असद उमर ने दावा किया कि पार्टी अध्यक्ष इमरान खान को संदेह है कि उनकी हत्या के प्रयास के पीछे प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और एक सीनियर मिलिट्री ऑफिसर अधिकारी का हाथ है। इस बीच एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें हमलावर रैली में भीड़ के बीच भागने की कोशिश कर रहा है। हालांकि उसे बाद में सुरक्षाकर्मियों की मदद से धर दबोचा गया। रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावर के निशाने पर इमरान खान थे। घटना के दौरान इमरान कंटेनर पर कुछ लोगों के बीच खड़े होकर समर्थकों का अभिवादन कर रहे थे।
तभी हमलावर ने इमरान पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इमरान के दाहिने पैर में गोली लगी है। घायल इमरान का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है। पकड़े जाने के बाद हमलावर बोला- अजान के वक्त DJ बजाते थे, अफसोस कि इमरान खान बच गया। उसने कहा- वो अकेला ही हमला करने आया था। वो इमरान को जान से मारना चाहता था, क्योंकि खान के लॉन्ग मार्च में अजान के दौरान भी डेक (DJ) बजता रहता था। कुछ खबरों में उसका नाम फैसल और कुछ में जावेद इकबाल बताया गया है। हमले के बाद इमरान खान की ओर से पहली प्रतिक्रिया आ गई है।
इमरान ने कहा है कि अल्लाह ने उन्हें नई जिंदगी बख्शी है। इंशाल्लाह हम फिर वापसी करेंगे और अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने वजीराबाद में हुई गोलीबारी की घटना की कड़ी निंदा की है। पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के एक ट्वीट के अनुसार, उन्होंने गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह को IGP और मुख्य सचिव पंजाब से घटना पर तत्काल रिपोर्ट लेने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि इमरान ने 28 अक्टूबर को शाहबाज शरीफ सरकार के इस्तीफे और जल्द से जल्द जनरल इलेक्शन की मांग को लेकर लॉन्ग मार्च शुरू किया था।
इस लॉन्ग मार्च के शुरू होने के बाद अलग-अलग वजहों से एक महिला पत्रकार समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है। सनद रहे कि इमरान से पहले 27 दिसंबर 2007 को पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो पर भी ऐसे ही हमला हुआ था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी। भुट्टो तब रावलपिंडी से रैली कर लौट रही थीं, तभी हमलावर उनके पास आया और उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद हमलावर ने खुद को भी बम से उड़ा लिया था। बता दें कि बेनजीर भुट्टो दो बार पाकिस्तान की प्रधानमंत्री बनी थीं, लेकिन कभी भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी थीं। बेनजीर के बेटे बिलावल भुट्टो इस समय शाहबाज सरकार में विदेश मंत्री हैं।