अर्चना कुमारी। कहा जाता है कि कर्नाटक में पुलिस के मुखिया प्रवीण सूद भाजपा को जीत दिलाने के लिए कोई कोर कसर छोड़ नहीं रखी थी लेकिन वहां का रिजल्ट आने के बाद भाजपा हार गई लेकिन इसके बावजूद पुलिस के मुखिया को इनाम दिया गया और अब उन्हें सीबीआई का नया डायरेक्टर बना दिया गया है।
कर्नाटक में कांग्रेसी नेता और संभावित मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार से प्रवीण सूद के रिश्ते खराब रहे हैं और दोनों के बीच तल्खी भी कई बार देखी गई । बताया जाता है कि 25 मई को वो नई जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। हिमाचल प्रदेश के रहने वाले प्रवीण 1986 बैच के आईपीएस अफसर है और उनका जन्म उनका जन्म साल 1964 में हुआ था। फिलहाल वह कर्नाटक के डीजीपी है और अब नया पद उन्हें देश के सर्वाधिक महत्वपूर्ण विभाग में से एक सीबीआई के डायरेक्टर के तौर पर मिल गया है।
कहा जाता है कि 25 मई को वो नई जिम्मेदारी संभाल सकते हैं क्योंकि इसी दिन मौजूदा डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल का कार्यकाल पूरा हो रहा है। सूत्रों का दावा है कि प्रवीण सूद के नाम चर्चा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई थी । आपातकालीन महत्वपूर्ण इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी, मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ के साथ ही विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी भी मौजूद थे। इसी मीटिंग में उनके नाम पर मोहर लगी लेकिन सूत्रों का कहना है कि चौधरी ने सूद की उम्मीदवारी पर आपत्ति जाहिर की थी हालांकि इसके बावजूद उन्हें विभाग का डायरेक्टर बनाया गया
1986 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रवीण आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएशन किया । वह कर्नाटक में विभिन्न पदों पर तैनात रहे जबकि 1989 में वो मैसूर के सहायक पुलिस अधीक्षक बने थे। इसके बाद पुलिस अधीक्षक, बेल्लारी और रायचूर भी रहे. फिर बेंगलुरु पुलिस उपायुक्त (DCP) के पद पर सेवाएं दी। बताया जाता है
राष्ट्रपति द्वारा पुलिस पदक से सम्मानित यह पुलिस अधिकारी अपने ड्यूटी के लिए समर्पित माने जाते हैं हालांकि नए पद को लेकर कई चुनौतियां उनके सामने आने वाली है