अर्चना कुमारी । अंजलि नामक एक लड़की को कार से घसीटे जाने के बाद हुई मौत को लेकर दिल्ली के कंझावला केस में सातवें आरोपी अंकुश खन्ना सरेंडर कर दिया जबकि छठे आरोपी आशुतोष को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि आने वाले दिनों में केस को मामले के लेकर और खुलासे हो सकते हैं क्योंकि अंजलि की दोस्त निधि ने संदेहास्पद बयान पुलिस को दिए थे, जिसके बाद यह मामला रहस्य में है। पुलिस का कहना है कि सातवें आरोपी अंकुश खन्ना ने सुल्तानपुरी थाने में सरेंडर कर दिया और जांच करवाई के दौरान पता चला अंकुश को एक्सीडेंट की पूरी कहानी पता थी जबकि वह आरोपी अमित का भाई है।
पुलिस को जांच में पता चला है गाड़ी अमित ही चला रहा था, लेकिन उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था और इसी वजह से अंकुश ने ड्राइवर के तौर पर दीपक को प्लांट किया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कार से युवती को टक्कर मारने के बाद वाहन से घसीटने से हुई मौत के मामले में एक और यानी छठवें आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है आरोपी की पहचान आशुतोष के तौर पर की है।
जांच में पता चला है कि आशुतोष ने पुलिस को गलत जानकारी दी थी जबकि उस पर आरोप है कि उसने पांचों आरोपियों को कार दी थी। गौरतलब है कि इससे पहले मामले में पुलिस ने पहले दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और कॉल डिटेल के रिकॉर्ड के आधार पर पुलिस को दो और लोगों-आशुतोष और अंकुश खन्ना की संलिप्तता के बारे में पता चला था, जो आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे थे जबकि इस बीच
दिल्ली की एक अदालत ने कार से 20 वर्षीय युवती को टक्कर मारने के बाद गाड़ी से घसीटने से हुई मौत के मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को गुरुवार (5 जनवरी) को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। बताया जाता है कि मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट सान्या दलाल ने दिल्ली पुलिस को पूछताछ के लिए आरोपियों को और चार दिनों तक हिरासत में रखने की अनुमति दे दी हालांकि, पुलिस ने पांच दिनों की हिरासत मांगी थी। गौरतलब है कि सुल्तानपुरी में लड़की को टक्कर मारने के बाद आरोपी कंझावला तक उसे कार से घसीटा जिसकी वजह से युवती की मौत हो गई थी।