Niti Vikram : महाकुंभ में बढ़ती दुर्घटनाओं, जिसमें कई आगजनी, कई भगदड़, नित्य बढ़ती मृतकों व घायलों की संख्या जो कोई सैकड़ों बता रहा है तो कोई हजारों – ये सब अत्यंत हृदयविदारक, दुःखद और चिंताजनक है! ऊपर से प्रबंधन के नाम पर दैत्यों के द्वारा मरने वालों की संख्या छुपाना शर्मनाक है जहाँ ये असुर चीख चीखकर प्रतिदिन करोड़ों के आगमन की बात स्वयं करते रहे हैं! कोई भी छठी कक्षा का विद्यार्थी भी इनकी कुव्यवस्था तथा श्रद्धालुओं से हो रही लूट को समझ सकता है जिसमें दस गुना से ज़्यादा यातायात का किराया ही प्रमाण दे रहा है कि करोड़ों खर्च करके व्यवस्था के नाम पर मात्र भ्रष्टाचार हुआ है!!
ऐसे में न्यूज़ चैनल और सोशल मीडिया के द्वारा चुनावी प्रचार करने वाली राजनैतिक पार्टी से कोई सवाल ना करना हिंदुओं के लिए अगर ताबूत की आखरी कील नहीं है तो जलती चिता में कूदना, अथवा स्वयं की आहुति देना अवश्य है! इनकी अव्यवस्था के शिकार लोगों की मृत्यु को मोक्ष बताने वाला मवाली धीरेंद्र शास्त्री, अथवा इतनी बड़ी दुर्घटना – जो कदाचित् सुनामी से ज़्यादा लोगों को काल कवलित कर गया – उसे छोटी-मोटी बताने वाला नेता, पदाधिकारी और अंधभक्त कार्यकर्ता व मोदी-योगी के सप्पोर्टर सभी ने अपने कर्म नष्ट कर लिए हैं! कर्म के फल से जब गंगापुत्र देवव्रत भीष्म सुरक्षित नहीं रहे तो हर आत्मा जो ईश्वर का ही अंश है उनकी इतनी दुर्गति कर जघन्य अपराध करने वाले ईश्वर ने न्याय से सुरक्षित रहेंगे?
स्वयं से प्रश्न करें कि क्या जहाँ बेमौत मरने वाले लोगों की चीखें गूँज रही हों – बिना श्राद्ध के जहाँ आत्माएं भटक रहीं हों तथा जिन घाटों पर दबी अधसड़ी लाशों से ऊपर चल कर के जाना पड़े – ऐसी जगह जा के स्नान करने से पुण्य मिलेगा?? मैं अपने सभी आत्मीय जनों से निवेदन करता हूँ कि “स्नान मन्त्र” का उच्चारण करके घर में स्वच्छ जल से स्नान करें! पुण्य अवश्य मिलेगा! पापियों के हाथों महाकुंभ में जान माल का नुकसान करवाने तथा उनके अहंकार की पुष्टि कर इस महापाप में भागीदार होने से स्वयं को सुरक्षित करें! हर हर महादेव!