भारत के 80% नागरिक प्रतिदिन 100₹ से कम खर्च करते हैं और शेष 20% जो 100₹ से अधिक खर्च करते हैं, उनके पास डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड भीम और अन्य साधन है. 80 करोड़ लोगों को तो मुफ्त में अनाज दिया जा रहा है अर्थात 80 करोड़ लोग प्रतिदिन 55₹ से कम कमाते हैं और स्वाभाविक है कि ये 80 करोड़ लोग प्रतिदिन 55₹ से कम ही खर्च करेंगे.
भारत में 25 करोड़ परिवार हैं और 50 करोड़ बैंक खाता अर्थात प्रत्येक परिवार में औसतन 2 बैंक खाता और 2 डेबिट कार्ड है फिर 5,000₹ से महंगे सामान के नकद लेनदेन पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया जा रहा है? 25 करोड़ परिवार हैं और 125 करोड़ से ज्यादा आधार बन गया है अर्थात प्रत्येक परिवार में औसतन 5 आधार है फिर 50,000₹ से महंगी संपत्ति की विक्री-खरीद पर आधार अनिवार्य क्यों नहीं किया जा रहा है?
अपराधी सच बोलता नहीं, अपराध स्वीकार करता नहीं, साक्ष्य छोड़ता नहीं और गवाही कोई देता नहीं, इसीलिए साक्ष्य के अभाव में छूट जाता है फिर भी नार्को पॉलीग्राफ ब्रेनमैपिंग कानून नहीं बनाया जा रहा है?
घूसखोरों, कमीशनखोरों, जमाखोरों, मुनाफाखोरों, मिलावटखोरों, मानव तस्करों, नशा तस्करों, टैक्सचोरों, कालेकुबेरों, हवालाबाजों, कबूतरबाजों, धोखेबाजों, जालसाजों, कालाबाजारियों, फरेबियों, मुन्नाभाइयों, घटतौलियों, भगोड़ों और नक्कालों की 100% चल-अचल नामी-बेनामी संपत्ति जब्त करने और आजीवन कारावास देने के लिए कानून कब बनेगा?
भूमाफियाओं, ड्रग माफियाओं, शराब माफियाओं, सड़क माफियाओं, टेंडर माफियाओं, हवाला माफियाओं, सट्टा माफियाओं, खनन माफियाओं, दवा माफियाओं, कोचिंग माफियाओं, मंडी माफियाओं, ट्रांसफर-पोस्टिंग माफियाओं, तेल माफियाओं और खेल माफियाओं की 100% चल-अचल नामी-बेनामी संपत्ति जब्त करने और आजीवन कारावास देने के लिए कानून कब बनेगा?
धर्मांतरण माफियाओं, घुसपैठ माफियाओं, अंधविश्वास माफियाओं, जिहाद माफियाओं, मजार माफियाओं, दरगाह माफियाओं, आश्रम माफियाओं, पाखंडियों, कट्टरपंथियों, अलगाववादियों, माओवादियों, नक्सलियों, पत्थरबाजों, जासूसों और गद्दारों की 100% चल-अचल संपत्ति जब्त करने और आजीवन कारावास देने के लिए कानून कब बनेगा?
पुलिस रिफार्म, जुडिशियल रिफार्म, एजुकेशन रिफार्म, एडमिनिस्ट्रेटिव रिफार्म, इलेक्शन रिफॉर्म, डेमोक्रेटिक रिफार्म, कांस्टीट्यूशनल रिफार्म, लीगल रिफार्म, एग्रीकल्चर रिफार्म, इंडस्ट्रियल रिफार्म और लेबर रिफार्म कब होगा? सुशासन और रामराज्य स्थापित करने के लिए उपरोक्त तत्काल रिफार्म करना अतिआवश्यक है
समान शिक्षा, समान चिकित्सा और समान नागरिक संहिता लागू करने में क्या समस्या है? जनसंख्या नियंत्रण, धर्मांतरण नियंत्रण, घुसपैठ नियंत्रण, अलगाववाद नियंत्रण, कट्टरवाद नियंत्रण, जातिवाद नियंत्रण, संप्रदायवाद नियंत्रण, भाषावाद नियंत्रण, क्षेत्रवाद नियंत्रण और अंधिविश्वास नियंत्रण कानून कब बनेगा?
यदि 100₹ से बड़ा नोट बंद किया जाए, पांच हजार रुपये से महंगे सामान का कैश लेनदेन बंद किया जाए, पचास हजार रुपए से महंगी संपत्ति आधार से लिंक किया जाए, नार्को पॉलीग्राफ ब्रेनमैपिंग कानून बनाया जाए तथा कालाधन बेनामी संपत्ति 100% जब्त किया जाए और आय से अधिक संपत्ति वालों को आजीवन कारावास दिया जाए तो घूसखोरी, कमीशनखोरी, जमाखोरी, मुनाफाखोरी, मिलावटखोरी, कालाबाजारी, मानव तस्करी, नशा तस्करी, टैक्सचोरी, हवालाबाजी, कबूतरबाजी, धोखेबाजी, जालसाजी, फरेब, घटतौली और नक्काली मात्र एक साल में समाप्त हो जाएगी
भारत को यदि भूमाफियाओं, ड्रग माफियाओं, शराब माफियाओं, सड़क माफियाओं, टेंडर माफियाओं, हवाला माफियाओं, सट्टा माफियाओं, खनन माफियाओं, दवा माफियाओं, कोचिंग माफियाओं, मंडी माफियाओं, ट्रांसफर-पोस्टिंग माफियाओं, तेल माफियाओं और खेल माफियाओं से मुक्त करना है तो 100₹ से बड़ा नोट बंद करना होगा, पांच हजार रुपये से महंगे सामान का कैश लेनदेन बंद करना होगा, पचास हजार रुपए से महंगी संपत्ति आधार से लिंक करना होगा, नार्को पॉलीग्राफ ब्रेनमैपिंग कानून बनाना होगा तथा कालाधन बेनामी संपत्ति 100% जब्त करना होगा और आय से अधिक संपत्ति वालों को आजीवन कारावास देना होगा
धर्मांतरण माफियाओं, घुसपैठ माफियाओं, अंधविश्वास माफियाओं, जिहाद माफियाओं, मजार माफियाओं, दरगाह माफियाओं, आश्रम माफियाओं, पाखंडियों, कट्टरपंथियों, अलगाववादियों, माओवादियों, नक्सलियों, पत्थरबाजों, जासूसों और गद्दारों की कमर तोड़ना है तो 100₹ से बड़ा नोट बंद करना होगा, पांच हजार रुपये से महंगे सामान का कैश लेनदेन बंद करना होगा, पचास हजार रुपए से महंगी संपत्ति आधार से लिंक करना होगा, नार्को पॉलीग्राफ ब्रेनमैपिंग कानून बनाना होगा तथा कालाधन बेनामी संपत्ति 100% जब्त करना होगा और आय से अधिक संपत्ति वालों को आजीवन कारावास देना होगा.
आपसे सहमत है लेकिन इस तरह का कानून कौन बनाएगा? सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी तो राजनेता ही है। फिर वो अपने ही खिलाफ ऐसा कानून क्यों बनायेगे?