एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम डील को लेकर भारत के रुख की रूस ने प्रशंसा की. वहीं अमेरिका पर निशाना साधा. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा, ‘इस डील का सिर्फ प्रतीकात्मक महत्व नहीं है. भारत की रक्षा क्षमताओं के लिए इस डील के व्यावहारिक अर्थ हैं.’
रूसी विदेश मंत्री ने की भारत की तारीफ उन्होंने कहा कि हमने देखा कि अमेरिका की तरफ से इस डील को कमजोर करने की कोशिश की गई. अमेरिका की तरफ से यह प्रयास किया गया कि भारत उसकी ही बातों को माने कि इस क्षेत्र में किस तरह से विकास होना चाहिए. सर्गेई ने इस डील को लेकर भारत की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारे मित्र ने अमेरिका को मजबूती से जवाब दिया है कि वह एक संप्रभु राष्ट्र है.
‘भारत ने स्पष्ट तौर पर दिया जवाब’ रूसी विदेश मंत्री ने कहा, ‘हमारे भारतीय मित्रों ने साफ और स्पष्ट तरीके से बता दिया कि हम संप्रभु राष्ट्र हैं. हम निर्णय ले सकते हैं कि हमें किसके हथियार खरीदने हैं और किसे इस सेक्टर में या फिर किसी अन्य मामले में अपना साझीदार बनाना है.’
भारत आए थे रूसी विदेश मंत्री दरअसल, रूसी विदेश मंत्री 5-6 दिसंबर को भारत दौरे पर आए थे. उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मुलाकात की. उनकी यह मुलाकात 2+2 मंत्रिस्तरीय बातचीत का हिस्सा थी. वहीं, रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात की.
अमेरिका ने भारत को दी थी चेतावनी याद रहे कि अमेरिका की ओर से कुछ समय पहले S-400 डील को लेकर टिप्पणी की गई थी. इसे लेकर अमेरिका ने भारत को चेतावनी दी थी कि वह ऐसी कोई डील न करे. वरना प्रतिबंध झेलने पड़ेंगे.
हालांकि, भारत ने अमेरिका की उस सलाह को मानने से इनकार कर दिया. माना जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के दिल्ली दौरे से नया संकेत भी देने का प्रयास किया है. दरअसल भारत और रूस के बीच अफगानिस्तान के हालातों को लेकर भी दोस्ती मायने रखती है. हाल ही में दिल्ली में अफगानिस्तान के हालात को लेकर भी एक बैठक बुलाई गई थी. इसमें रूस, ईरान समेत कई देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था.