देश की सेना ही एक ऐसी संस्था जिसकी मीडिया भी हमेशा से सम्मान करता आ रहा है लेकिन अब उसके सम्मान पर भी आघात किया जाने लगा है। यह चलन तभी से बढ़ा है जब से कांग्रेस और आप जैसी पार्टियों ने सर्जिकल स्ट्राइक के लेकर सबूत मांगने का देश विरोधी काम किया है। हाल ही में इंडिया टुडे पत्रिका ने अपने कवर पेज पर एक आर्मी जनरल की मॉर्फ्ड तस्वीर छापकर उसे मजाक का पात्र बना दिया है। इंडिया टुडे ने अपनी इस करतूत से भारतीय सेना के जाबांज सिपाहियों की भावानाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है।
मुख्य बिंदु
* पत्रिका के नए संस्करण के कवर पेज पर छापा एक आर्मी जनरल की मॉर्फ्ड फोटो
* इंडिया टुडे की इस करतूत से देश के लाखों जाबांज सिपाहियों की भावनाएं हुईं आहत
हालांकि पत्रिका की इस करतूत का आधिकारिक रूप से संज्ञान लेते हुए इंडिया टूडे ग्रुप से इसका जवाब देने को कहा है। वैसे यह कारनामा निश्चित रूप से देश के प्रति कृतघ्नता को ही झलकाता है। वहीं पत्रिका ने भारतीय सेना को लेकर सरकार पर जो नीतिगत पैरालाइसिस का आरोप लगाया है वह भी आधारहीन है। यहां पर इंडिया टुडे ने सरकार की नहीं बल्कि देश और भारतीय सेना की आलोचना करने पर उतारू दिखती है। जबकि तथ्य बिल्कुल इससे भिन्न हैं। क्योंकि अगर हथियारों के मामले में देश आयातक से निर्यातक बनने की ओर अग्रसर है तो यह मोदी सरकार की ही देन हैं।
इस मामले में एडीजी पीआई – इंडियन आर्मी के ट्वीटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि इंडिया टुडे ने अपने 14 मई 2018 वाले संस्करण में अपने कवर पेज पर आर्मी जनरल की विचित्र तस्वीर लगाकर भारत के जांबाज फौज की भावानाओं को गहरी चोट पहुंचाई है। आधिकारिक तौर पर इस मसले को इंडिया टुडे तक पहुंचा दिया गया है साथ उससे इस पर जवाब देने का अनुरोध किया गया है।
Morphed photograph as cover photo in #IndiaToday for the week ending 14 May 2018 has deeply hurt sentiments of veterans and serving soldiers. Concerns have been conveyed and response of #IndiaToday has been requested. pic.twitter.com/f28u1Zchva
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) May 8, 2018
हाल के दौर में मीडिया के लिए भारतीय सेना सहज पंचिंग बैग बन गई है। जो आता है घूंसा मारकर चला जाता है, खासकर टेलीविजन चैनलों में हो रहे डिबेट में। हर ऐरा-गैरा विशेषज्ञों की भांति सलाह देना शुरू कर देता है कि सेना को डोकलाम विवाद को कैसे हैंडल करना चाहिए या फिर आतंकियों से कैसे व्यवहार करना चाहिए? एक मामला ऐसा नहीं होता है जिसके तहत मीडिया सेना का अनादर न करता हो। लेकिन इंडिया टुडे तो तो और एक कदम आगे निकल गया। उसने अपने नए संस्करण के कवर पेज स्टोरी ही बनाई है कि ‘सेना टूट गई है’ (‘The Army is Broke’)। इसके साथ ही सेना को अपमानित करते हुए एक आर्मी जनरल की मॉर्फ्ड फोटो भी लगाई है। इसके अलावा उसने सरकार पर सेना के मामले में नीतिगत पैरालाइसिस का आरोप लगाया है। इंडिया टुडे ग्रुप कांग्रेस की अंधभक्ति में तथ्य को भी नजरंदाज कर रहा है। जबकि आपको याद होगा कि नीतिगत पैरालाइसिस का उपयोग भाजपा पिछली डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार के लिए किया करती थी।
भारत अगर अभी तक रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की ओर नहीं बढ़ पाया तो इसके लिए पिछली सरकार का आलसीपन जिम्मेदार है। हथियार खरीदने की बात हो या उसे बनाने की पूर्व की कांग्रेस सरकार शीघ्र फैसला ले ही नहीं पाती थी। जबकि यह सरकार फटाफट फैसले लेती है। प्रधानमंत्री मोदी ने चेन्नई में आयोजित डिफेंस एक्सपो में कहा है कि भारत बहुत तेज गति से विश्व के सबसे अधिक हथियार आयातक से हथियार निर्यातक बनने की ओर बढ़ रहा है।
Shameless @IndiaToday @rahulkanwal Arun Puri, dont you have respect for the Indian Army? The Army handle has to point out your nonsense posts??
No wonder Indian Media is regarded most UNTRUSTABLE and SOLD Agents!! There should be more worst than Presstitutes to address you ppl. https://t.co/CflZUczJQg
— Dr Aishwarya S (@Aish17aer) May 8, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्तमान सरकार ने रक्षा क्षेत्र में भी अब आत्मनिर्भता की ओर कदम बढ़ा दिया है। मोदी सरकार देश के सुरक्षा बलों को भरोसा दिया है कि बहुत जल्द उन्हें आधुनिक सुविधा युक्त बुलेटप्रूफ जैकेट दिए जाएंगे। सरकार ने सेना के लिए विश्वस्तरीय 1,86,138 बुलेट प्रूफ जैकेटों के खरीद के लिए अनुबंध किया है। खास और अच्छी बात यह है कि ये जैकेट देश में ही तैयार किए जाएंगे।
हाल ही में सरकार ने विदेश कंपनी से 110 लड़ाकू विमान खरीदने का फैसला किया है। इस सौदे में महत्वपूर्ण बात ये है कि सरकार तैयार के हालत में महज 16 विमान ही खरीदेगी, शेष 94 विमानों का निर्माण देसी कंपनियों के साथ मिलकर देश में ही किया जाएगा। लेकिन इंडिया टुडे ग्रुप को तो मोदी की आलोचना करनी है तो करनी है, उसके लिए तर्क क्या और तथ्य किया ।
इस फोटो में दिखाया गया है कि वह आर्मी जनरल अपनी पेंट की खाली जेब दिखा रहा है इतना ही नहीं आर्मी जनरल की कमर पर लटक रही तलवार को भी टूटा दिखाया गया है। अगर इस फोटो का विश्वेषण किया जाए तो यही मायने निकलता है कि आर्थिक तंगी के कारण भारतीय फौज की कमर टूट चुकी है। इसके साथ ही इस फोटो को गौर से देखें तो पूर्व सेना अध्यक्ष जनरल दलवीर सिंह सुहाग की तस्वीर से साम्य खाता है।
URL: Indian Army slammed India Today magazine for putting morphed photograph of a soldier
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